गोरखपुर जिले में राप्ती और रोहन नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही है, जिससे निचले इलाकों के कुछ हिस्से जलमग्न हो गए हैं। वहीं प्रदेश के जल शक्ति मंत्री महेंद्र सिंह स्थिति पर नजर रखने के लिए यहां डेरा डाले हुए हैं।
बाढ़ बुलेटिन के मुताबिक राप्ती नदी 77.27 मीटर पर बह रही है, जबकि खतरे का स्तर 74.98 है, रोहिन नदी 84.44 मीटर पर बह रही है जबकि इसका खतरे का निशान 82.44 मीटर है। रोहिन नदी का जल स्तर बुधवार से कुछ कम हुआ है।
जिले के इलाहीबाग, बशारतपुर, बडगो, चिलुआताल, चिलमापुर और बहरामपुर सहित अन्य क्षेत्र बाढ़ के पानी में डूब गए हैं।
मंगलवार से गोरखपुर में डेरा डाले राज्य के जल शक्ति मंत्री महेंद्र सिंह ने बुधवार की देर रात वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक कर बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में विशेष रूप से पुरानी बीमारियों के रोगियों के लिए आवश्यक दवाएं उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जो इलाके प्रभावित नही हैं वहां के कर्मचारी और गांवों के चिकित्सक भी बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में सेवाएं प्रदान करें।
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उन्होंने यह भी कहा कि तरकुलानी और खोराबार क्षेत्र जैसे बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों प्रभावित लोगों को आवश्यकता के अनुसार पीने योज्ञ पानी, भोजन के पैकेट और कपड़े उपलब्ध करायें जायें। इस बीच, तहसील बांसगांव के कौड़ीराम विकास खंड में राप्ती नदी के दाहिने किनारे पर बसावनपुर रिंग तटबंध गुरुवार सुबह क्षतिग्रस्त हो गया, जिससे बसावनपुर और भरौवालिया गांव में लगभग 20 घर प्रभावित हुए हैं।
कार्यपालक अभियंता, बाढ़ प्रखंड विपिन कुमार ने बताया कि बृहस्पतिवार सुबह तीन बजे पानी बढ़ने से बसावनपुर रिंग तटबंध क्षतिग्रस्त हो गया और इससे बसावनपुर और भरौवालिया गांव के 20 घर प्रभावित हुये हैं।