हिंदू धर्म में दिवाली के त्योहार का विशेष महत्व होता है। हर साल कार्तिक मास की अमावस्या तिथि पर दिवाली का त्योहार मनाया जाता है। दिवाली के पावन दिन भगवान गणेश और माता लक्ष्मी की विधि- विधान से पूजा- अर्चना की जाती है।
इस साल दिवाली पर दुर्लभ संयोग बन रहा है। ज्योतिष गणनाओं के अनुसार इस साल दिवाली दुर्लभ संयोग में मनाई जाएगी। इस साल दिवाली पर चार ग्रह एक ही राशि में विराजमान रहेंगे। इस संयोग को शुभ माना जा रहा है।
दिवाली डेट
इस साल दिवाली का पावन पर्व 4 नवंबर को मनाया जाएगा।
चार ग्रह एक ही राशि में
इस साल दिवाली पर सूर्य, मंगल, बुध और चंद्रमा तुला राशि में विराजमान रहेंगे। तुला राशि में चार ग्रहों के रहने से शुभ फल की प्राप्ति होगी। ज्योतिष शास्त्र में सूर्य को ग्रहों का राजा, मंगल को ग्रहों का सेनापति, बुध को ग्रहों का राजकुमार और चंद्रमा को मन का कारक माना गया है।
चार ग्रहों के एक ही राशि में रहने से मिल सकते हैं ये शुभ परिणाम-
धन- लाभ होने के संकेत।
शुभ फल की प्राप्ति होगी।
नौकरी और व्यापार में तरक्की के योग बनेंगे।
मान- सम्मान और पद- प्रतिष्ठा में वृद्दि होगी।
लक्ष्मी पूजा शुभ मुहूर्त
अमावस्या तिथि 04 नवंबर को सुबह 06 बजकर 03 मिनट से प्रारंभ होकर 05 नवंबर को सुबह 02 बजकर 44 मिनट पर समाप्त होगी। दिवाली पर लक्ष्मी पूजन मुहूर्त शाम 06 बजकर 09 मिनट से रात 08 बजकर 20 मिनट तक है। पूजन अवधि 01 घंटे 55 मिनट की है।