मुंबई। विधायकों की बगावत के बाद महा विकास अघाड़ी और उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली सरकार के भविष्य पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं। बागियों को मनाने में शिवसेना के वरिष्ठ नेता और खुद मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे भी फेल हो गए हैं।
अब इस पॉलिटिकल फाइट में मुख्यमंत्री उद्ध ठाकरे की पत्नी रश्मि ठाकरे (Rashmi Thackeray) ने मोर्चा संभाल लिया है। रश्मि ठाकरे ने खुद शिवसेना से बगावत करने वाले विधायकों की पत्नियों को फोन घुमाया है। बताया जा रहा है कि शिवसेना प्रमुख और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की पत्नी रश्मि ठाकरे ने बागी विधायकों की पत्नियों को फोन कर उनसे बात की है।
रश्मि ठाकरे (Rashmi Thackeray) ने बागी विधायकों की पत्नियों को अपने पति से महाराष्ट्र संकट को लेकर बात करने के लिए राजी करने की कोशिश की। दूसरी तरफ, उद्धव ठाकरे भी विधायकों की बगावत के बाद से एक्टिव मोड में हैं। उद्धव ठाकरे ने भी कुछ बागी विधायकों से मैसेज के जरिये बात की है। बागी विधायकों का कहना है कि वे शिवसेना के साथ हैं।
बागी विधायकों की ओर से शिवसेना के साथ होने को लेकर बयान लगातार आ रहा है जिससे पार्टी के भीतर थोड़ी भ्रम की स्थिति बन गई है। उद्धव ठाकरे ने पहले भी कुछ विधायकों के गुवाहाटी से मुंबई लौटने के बाद सरकार के समर्थन का भरोसा जताया था। उन्होंने कहा था कि कुछ विधायक हमारे मैसेज का जवाब दे रहे हैं।
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शिवसेना में अंदरखाने जहां बागी गुट के कुछ विधायकों को मनाने की कोशिशें चल रही हैं। वहीं दूसरी तरफ, पार्टी का रुख एकनाथ शिंदे और उनके हार्डकोर समर्थक माने जाने वाले कुछ विधायकों को लेकर सख्त भी है। एक दिन पहले ही शिवसेना की अर्जी पर विधानसभा के डिप्टी स्पीकर ने बागी गुट के नेता एकनाथ शिंदे समेत 16 विधायकों को अयोग्यता की नोटिस जारी किया था।