वैदिक ज्योतिष की गणना में राशियों के साथ नक्षत्रों की स्थिति भी देखी जाती है और उसी के अनुसार जातक को शुभ या अशुभ परिणाम मिलते हैं। ज्योतिष के ग्रंथों में 27 नक्षत्रों के बारे में बताया गया है। इनमें से 8वें स्थान पर पुष्य नक्षत्र (Ravi Pushya) आता है, जिसे बेहद शुभ एवं कल्याणकारी नक्षत्र माना जाता है। कुछ ग्रंथों में इसे नक्षत्रों का सम्राट भी कहा गया है।
जब यह नक्षत्र रविवार के दिन होता है तो रवि पुष्य योग (Ravi Pushya) बनता है। इस योग में ग्रहों की सभी बुरी दशाएँ अनुकूल हो जाती हैं। इस दिन अजा एकादशी भी पड़ रही है। इसलिए इस दिन का महत्व और भी अधिक बढ़ गया है। इस दिन मांगलिक कार्य या सोना-चांदी, वाहन, मकान, संपत्ति आदि खरीदना काफी शुभ माना जाता है।
पुष्य नक्षत्र: तिथि एवं महत्व
इस महीने रवि पुष्य योग (Ravi Pushya) 10 सितंबर को शाम 5 बजकर 6 मिनट से शुरू होकर 11 सितंबर को सुबह 6 बजकर 15 मिनट तक रहेगा। रवि पुष्य नक्षत्र को काफी फलदायी और दुर्लभ योगों में से एक माना जाता है। माना जाता है कि जब पुष्य नक्षत्र रविवार या फिर गुरुवार के दिन लगता है, तो काफी अच्छा होता है।
रवि पुष्य नक्षत्र (Ravi Pushya) के स्वामी शनि है। लेकिन इसकी प्रकृति गुरु ग्रह की तरह होती है। इसी के कारण यह योग सुख-समृद्धि, वैभव और सफलता लाता है। रवि पुष्य योग को समस्त शुभ और मांगलिक कार्यों के शुभारंभ के लिए उत्तम माना गया है। विवाह के अलावा, रवि पुष्य योग (Ravi Pushya) सभी कार्यों के लिए परम लाभकारी होता है। इस दिन आभूषण, प्रॉपर्टी और वाहन आदि की खरीदारी करना अच्छा माना जाता है। इस दिन नए कार्य या व्यापार, योग, तंत्र-मंत्र आदि की शुरुआत करना लाभदायक सिद्ध हो सकता है।
क्या करें उपाय?
इस दिन कोई भी कार्य शुरु करने से उसकी गुणवत्ता एवं उसके प्रभाव में वृद्धि होती है। इस योग में साधना करने से उसमें निश्चित ही सफलता प्राप्त होती है। माता लक्ष्मी के पूजन से धन वैभव में वृद्धि होती है। साथ ही सूर्य को जल चढ़ाने से कुंडली में स्थित सूर्य के दुष्प्रभाव दूर होते हैं।
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तांबे के लोटे में जल के साथ दूध, लाल पुष्प और लाल चंदन डालकर सूर्य को अर्घ्य दें। इससे शत्रुओं पर विजय प्राप्त होगी। इस दिन सूर्य का आशीर्वाद पाने के लिए लाल रंग के वस्त्र पहनें। रविवार के दिन गाय को गुड़ खिलाएं, इससे आर्थिक परेशानी दूर होती है। साथ ही मंदिर में दीपक जलाने से कार्य में आने वाली बाधाएं समाप्त होती हैं।