नई दिल्ली| भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) देश में डिजिटलीकरण के परिमाण और डिजिटल खाई को पाटने के मौजूदा तरीकों व नवोन्मेष का आकलन करने के लिये डिजिटल भुगतान सूचकांक तैयार करने की प्रक्रिया में है। रिजर्व बैंक के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बुधवार को यह कहा।
बॉम्बे हाईकोर्ट के वकील नितिन माने ने कंगना के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई, मानहानि का किया दावा
रिजर्व बैंक के कार्यकारी निदेशक टी रवि शंकर ने कहा कि भारत में डिजिटल भुगतान तेजी से बढ़ रहा है। हालांकि इसकी प्रति व्यक्ति पैठ अभी भी काफी कम है, अत: इस दिशा में काफी कुछ किये जाने की जरूरत है।
उन्होंने अमेरिका भारत कारोबार परिषद के द्वारा आयोजित एक वेबिनार को संबोधित करते हुए कहा कि आरबीआई डिजिटलीकरण की सीमा का पता लगाने के लिये एक समग्र डिजिटल भुगतान सूचकांक तैयार करने और उसका नियमित प्रकाशन करने की प्रक्रिया में है। यह सूचकांक देश भर में डिजिटल भुगतानों की गहनता और पैठ को सही ढंग से मापने की कुंजी हो सकता है।