मुंबई। पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) ने शनिवार को बांद्रा में कहा कि चुनाव के बाद असली शिवसेना का पता लग जाएगा। उन्होंने वर्तमान सरकार को चुनौती देते हुए कहा कि अगर उनमें हिम्मत है तो तत्काल चुनाव की घोषणा करें।
उद्धव ठाकरे ने शनिवार को बांद्रा स्थित मातोश्री बंगले पर शिवसेना विधायकों, सांसदों सहित पदाधिकारियों के साथ बैठक की। इसके बाद मातोश्री बंगले पर जमा शिवसेना कार्यकर्ताओं की भीड़ को उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) ने खुली कार से संबोधित किया। याद रहे कि इसी तरह स्वर्गीय बालासाहेब ठाकरे ने 30 अक्टूबर 1968 को शिवाजी पार्क मैदान में सभा की अनुमति न मिलने पर कार के बोनट से शिवसैनिकों को संबोधित किया था। उद्धव ठाकरे ने कहा कि उनकी पार्टी का नाम और उनका चुनाव चिन्ह साजिश के तहत ले लिया गया है लेकिन असली शिवसैनिक आज भी उनके साथ हैं।
उद्धव ने इस सब के लिए केंद्र सरकार को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि आज भी केंद्र सरकार को महाराष्ट्र में स्वर्गीय बालासाहेब ठाकरे के मुखौटे की जरुरत पड़ रही है, यही हमारी सबसे बड़ी जीत है। उद्धव ठाकरे ने कहा कि इससे पहले कई बार कई न्यायाधीशों को राज्यसभा भेजा गया है। कई वरिष्ठ अधिकारियों को भी राज्यसभा भेजा गया है। जो लोग वरिष्ठ जिम्मेदार पदों पर बैठकर केंद्र सरकार की इच्छा के अनुसार काम करते हैं और निर्णय देते हैं, उन्हें बाद में राज्यसभा का टिकट दिया जाता है।
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इस बार चुनाव आयोग ने इसी तर्ज पर इकतरफा निर्णय दिया है लेकिन हम इसका सामना करने के लिए तैयार हैं। उद्धव ठाकरे ने कहा कि आज हमारे पास कुछ नहीं है,लेकिन सामने से जोरदार आवाज आई कि हम सब आपके (उद्धव ठाकरे ) के साथ हैं।
दरअसल शुक्रवार को चुनाव आयोग ने शिवसेना का नाम और धनुष बाण चुनाव चिन्ह एकनाथ शिंदे को दिए जाने का फैसला सुनाया है। इसके बाद उद्धव ठाकरे ने शनिवार को मातोश्री बंगले पर बैठक बुलाई थी और इसके बाद मातोश्री के बाहर कार्यकर्ताओं को चुनाव की तैयारी करने का आदेश दिया है। हालांकि उद्धव ठाकरे कह चुके हैं कि चुनाव आयोग के फैसले को वे सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देंगे।