शारदीय नवरात्रि (Sharadiya Navratri) में मां दुर्गा के नौ रूपों की पूरे विधि विधान पूजा होती है। मातारानी के भक्त नवरात्रि के पहले दिन से लेकर पूरे 9 दिन तक व्रत रखते हैं और दशमी के दिन पारण करके व्रत को पूरा करते हैं। इस वर्ष नवरात्रि (Sharadiya Navratri) का का आरंभ 03 अक्टूबर 2024 दिन गुरुवार को मनाया जायेगा। इस वर्ष नवरात्रि में चतुर्थी तिथि का वृद्धि हुआ है और नवमी तिथि का क्षय हो गया है।इसलिए अष्टमी और नवमी तिथि एक दिन मनाई जायेगी।
शारदीय नवरात्रि (Sharadiya Navratri) के दसवें जिन दशमी मनाई जाती है। जिसे दशहरा या विजयादशमी भी कहा जाता है। आइए जानते हैं कलश स्थापना के शुभ मुहूर्त के बारे में।
घट स्थापना मुहूर्त
इस बार इसके लिए घट स्थापना 3 अक्टूबर को होगी, घटस्थापना मुहूर्त सुबह 6.24 से सुबह 8.45 मिनट तक होगा और अभिजीत मुहूर्त सुबह 11.52 से दोपहर 12.39 तक रहेगा। वहीं इसके साथ ही माता का आगमन डोली से घरों में हो जाएगा।
मां की सवारी
इस बार मां की सवारी डोली होगी। वहीं शनिवार को नवरात्रि (Sharadiya Navratri) का समापन होने का मतलब है कि मां पैदल जाएंगी। बंगाल प्रांत में इसी नवरात्र में दुर्गा पूजा का सबसे बड़ा महोत्सव होता है। बंगाल में सप्तमी, अष्टमी तथा नवमी की विशेष पूजा का विशेष महत्त्व माना जाता है।