आज रामलला की प्राण प्रतिष्ठा (Pran Pratishtha) होने जा रही है जिसका उत्साह पूरे देश में देखने को मिल रहा है। एक लंबे इंतजार के बाद प्रभु श्रीराम अपने भव्य और दिव्य मंदिर में विराजने जा रहे हैं। राम मंदिर तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के लिए देशभर के विद्वानों और शीर्ष ज्योतिषियों से इसका शुभ मुहूर्त निकलवाया है। लेकिन, जो लोग अयोध्या नहीं जा पा रहे हैं, वो लोग घर बैठे किन मंत्रों का जाप और श्रीराम का पूजन कैसे करें। तो आइए जानते हैं।
रामलला प्राण प्रतिष्ठा (Pran Pratishtha) का मुहूर्त
रामलला की प्राण प्रतिष्ठा (Pran Pratishtha) आज अतिसूक्ष्म मुहूर्त में होने जा रही है। जो दोपहर 12 बजकर 29 मिनट और 8 सेकंड से 12 बजकर 30 मिनट 32 सेकंड तक 84 सेकंड का है। यह कार्यक्रम पौष माह के द्वादशी तिथि को अभिजीत मुहूर्त, इंद्र योग, मृगशिरा नक्षत्र, मेष लग्न एवं वृश्चिक नवांश में होगा।
पंडित दीपक मालवीय के मुताबिक, आज यह 84 सेकंड का मुहूर्त बहुत ही शुभ है। जो लोग इस मुहूर्त में पूजन करेंगे उनको इसका लाभदायक फल प्राप्त होगा। इसलिए, जिस दौरान रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होगी उस 84 सेकंड में सभी लोगों को प्रभु राम की स्तुति करनी चाहिए। साथ ही साथ सुंदरकांड के अलावा रामचरितमानस का भी पाठ करना चाहिए। पंडित जी के मुताबिक, 84 सेकंड का अल्प समय होता है। इस दौरान रामायण के सभी पाठ करना संभव नहीं है। इसलिए, श्री राम की प्राण प्रतिष्ठा के समय ‘श्री राम चंद्र कृपाल भजमन’ का पाठ जरूर करें। ऐसा करने से सभी का कल्याण होगा।
अयोध्या में प्रज्वलित हुआ दुनिया का सबसे बड़ा दीपक, 21 हजार लीटर तेल से रोशनी देगा दिया
उन्होंने आगे बताया कि, यह 84 सेकंड का बहुत ही शानदार मुहूर्त है जिससे न केवल राष्ट्र, बल्कि राज सत्ता के शिखर पर बैठे लोगों को भी लाभ प्राप्त होगा। इस मुहूर्त से भारत का चौमुखी विकास भी होगा इसमें कोई संदेह नहीं है। आज के दिन भगवान राम के आदर्श आचरण का पालन लोगों को करना चाहिए और किसी भी तरह के गलत कार्य से बचना चाहिए।