हिंदू धर्म में देवी-देवताओं की पूजा करके उनके प्रति कृतज्ञता व्यक्त की जाती है। यहां तक कि पूजा के दौरान दीपक (Deepak) जलाना भी एक जरूरी कार्य है, इसके बिना पूजा अधूरी मानी जाती है। साथ ही पूजा का पूरा फल नहीं मिल पाता। ऐसे में अगर आप दीपक जलाते समय इन महत्वपूर्ण मंत्रों का जाप करते हैं, तो आपको कई गुना लाभ मिलता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, अग्नि को साक्षी मानकर किया गया कार्य हमेशा सफल होता है। इसलिए हिंदू धर्म में पूजा के दौरान दीपक (Deepak) जलाने की परंपरा लंबे समय से चली आ रही है।
दीये का यह है महत्व
जब भी हम किसी शक्ति की उपासना या आराधना करते हैं तो उस समय दीये को प्रज्जविलत करने का महत्व है। ऐसा करने से उस शक्ति का आह्वान किया जाता है। यह भी माना जाता है कि सूक्ष्म रूप से वह ऊर्जा उस समय उस स्थान पर वास करती है, इसलिए दीये का धार्मिक दृष्टि से महत्व है।
इस मंत्र को बोलें
शुभं करोति कल्याणमरोग्यं धनसंपदा ।
शत्रुबुद्धिविनाशय दीपज्योतिर्नमोऽस्तुते ॥
मंत्र का अर्थ
इस मंत्र का अर्थ यह है कि हम इस दीपक की रोशनी को नमन करते हैं, जो शुभता, स्वास्थ्य और समृद्धि लाती है। यह शत्रुतापूर्ण भावनाओं को नष्ट कर देती है। ऐसे में अगर आप दीपक जलाते समय इस मंत्र का जाप करते हैं, तो इससे आपके परिवार में खुशहाली आती है और अच्छा स्वास्थ्य मिलता है। साथ ही आर्थिक लाभ भी होता है।
इस तरह जलाएं दीपक (Deepak)
हिंदू धर्मग्रंथों के अनुसार, सुबह और शाम देवी-देवताओं के सामने तेल या घी का दीपक जलाना चाहिए। दीपक जलाने से व्यक्ति के जीवन में प्रकाश आता है और वह तरक्की की ओर अग्रसर होता है। साथ ही नकारात्मक ऊर्जा भी दूर रहती है। इससे परिवार में सुख-शांति बनी रहती है और खुशियां आती हैं। सुबह-शाम तुलसी जी के पास भी घी का दीपक जलाने की परंपरा है।