लखनऊ। यूपी में गर्मी (Heat) अभी से अपने तेवर दिखाने लगी है। जिस मौसम में फागुनाहट की छटा रहती है। उस महीने में जून जैसी गर्मी का एहसास हो रहा है। प्रदेश के कई शहरों में अधिकतम तापमान 35 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंच गया है। पिछले पांच वर्षों में मार्च इतना गर्म नहीं रहा। सोमवार को कानपुर में दिन का पारा 40.1 डिग्री सेल्सियस रहा तो लखनऊ, कानपुर, सुल्तानपुर, वाराणसी, आगरा और झांसी में अधिकतम पारा 39 डिग्री तक रहा। पिछले दस वर्षों में ऐसा तीसरी बार हुआ है कि मार्च में इतनी गर्मी पड़ी है। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार राजस्थान की ओर से आ रही पछुआ हवा गर्मी बढ़ा रही है जो लगातार हावी हो रही है। गर्मी से तब तक राहत नहीं मिलेगी जब तक बंगाल की खाड़ी से पुरवा हवा कोई लोकल डिस्टरबेंस क्रिएट न करें।
आचंलिक मौसम केंद्र से जारी आंकड़ों के मुताबिक सोमवार को राजधानी का अधिकतम तापमान 39 और न्यूनतम तापमान 22.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया। दोनों तापमान सामान्य से छह डिग्री सेल्सियस ज्यादा हैं। कानपुर में सबसे अधिक तापमान 40.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
सुल्तानपुर में 39.8 डिग्री दिन का पारा रहा। मौसम विभाग के मुताबिक आमतौर पर इन दिनों में अधिकतम 33 और न्यूनतम तापमान 16-17 डिग्री सेल्सियस रहता था। लेकिन इस बार गर्मी कुछ ज्यादा ही है। पांच वर्ष पहले यानी 30 मार्च 2017 को अधिकतम तापमान 41.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। इसके बाद साल 2021 की होली यानी 29 मार्च को तापमान 40 डिग्री सेल्सियस था। मौसम विभाग की मानें तो अगले छह दिनों में अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस पहुंच सकता है। रात के तापमान भी लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है।
सोमवार को यह सामान्य से छह डिग्री सेल्सियस अधिक 22.1 रिकार्ड किया गया। मौसम विभाग लखनऊ के निदेशक जेपी गुप्ता ने बताया कि मार्च में एक-दो पश्चिमी विक्षोभ तैयार हो जाते हैं जिससे मौसम में बदलाव होता था। इससे तापमान भी कम रहता था।
इस बार मार्च में एक भी पश्चिमी विक्षोभ तैयार नहीं हुआ और न ही अगले एक सप्ताह में संभावना है। ऐसे में गर्मी बढ़ने की संभावना है। आगामी 22 से 27 मार्च अधिकतम पारा 40 डिग्र्री तक रहने के आसार हैं।