जयपुर| राजस्थान में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग में रिकार्ड दो हजार चिकित्सकों की भर्ती का काम पूरा कर लिया गया है। नव चयनित 1991 चिकित्सकों को आज नियुक्ति आदेश जारी कर दिये। इन चिकित्सकों की नियुक्ति के साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में रिक्त लगभग सभी पदों पर चिकित्सक तैनात कर दिये गये हैं। इनके अतिरिक्त एक चिकित्सक का प्रकरण न्यायलय में विचाराधीन रहने एवं आठ चिकित्सकों के प्रमाण पत्रों का प्रमाणीकरण प्रक्रियाधीन है।
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने बताया कि विभाग के अब तक के इतिहास में पहली बार एक साथ 1991 चिकित्सक नियुक्त हुए हैं। इससे पूर्व इसी वर्ष 735 चिकित्सकों को नियुक्ति प्रदान की गयी थी। नव नियुक्त चिकित्सकों में से पीजी किए चिकित्सकों को उनकी विशेषज्ञता के अनुसार तहसील मुख्यालय सहित शहरी क्षेत्रों में तथा एमबीबीएस किए हुए सभी चिकित्सकों को ग्रामीण क्षेत्रों में पदस्थापित किया गया है।
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उन्होंने बताया कि नव चयनित चिकित्सकों में से लगभग 250 चिकित्सक विभिन्न संकायों में पीजी हैं। इनकी नियुक्ति से चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के विभिन्न शहरी व ग्रामीण चिकित्सालयों में विशेषज्ञ चिकित्सकों की कमी भी पूर्ण हो रही है।
उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य के आधारभूत ढ़ांचे को मजबूत करने को सवोर्च्च प्राथमिकता दी गयी। नि:शुल्क दवा योजना का दायरा बढ़ाते हुए गम्भीर रोगों जैसे कैंसर, हृदय, श्वांस रोग के उपचार की दवाओं को शामिल करते हुए नि:शुल्क दवाईयों की संख्या 607 से बढ़ाकर 712 की गयी है। पड़ोसी राज्यों के निवासी भी निशुल्क दवा एवं जांच योजना का लाभ लेने के लिए प्रदेश के चिकित्सा संस्थानों में आते है। उन्होंने बताया कि गत वर्ष से निरोगी राजस्थान अभियान का शुभारम्भ किया गया।
राज्य में 80 हजार से अधिक स्वास्थ्य मित्रों का चयन किया गया है। इसी प्रकार आयुष्मान भारत-महात्मा गांधी राजस्थान स्वास्थ्य बीमा योजना का शुभारम्भ किया गया। इस योजना में अब तक 1885 करोड़ रुपये के करीब 34 लाख क्लेम सबमिट कर करीब 20 लाख लोगों को लाभान्वित किया जा चुका है।