उत्तर प्रदेश सरकार ने निजी क्षेत्र के उच्च शिक्षण संस्थानों में स्ववित्तपोषित बीएड पाठ्यक्रम के लिये निर्धारित शुल्क को कम किए जाने का निर्णय लिया है।
प्रदेश के निजी क्षेत्र के उच्च शिक्षण संस्थानों में बीएड द्विवर्षीय पाठ्यक्रम के लिये शैक्षणिक सत्र 2021-22 के लिए प्रथम वर्ष की फीस 45000 रुपए एवं द्वितीय वर्ष के लिए 25000 रुपए निर्धारित की गयी है। इसके साथ ही एकीकृत चार वर्षीय बीएड पाठ्यक्रम में प्रत्येक वर्ष के लिये शुल्क 30000 रुपए निर्धारित की गई है।
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उप मुख्यमंत्री डॉ दिनेश शर्मा ने मंगलवार को बताया कि कोविड-19 महामारी के मद्देनजर जन सामान्य की आय में आयी कमी तथा राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में पिछड़े, वंचित और गरीब वर्ग के अभ्यर्थियों को व्यवसायिक शिक्षा के लिये प्रोत्साहित किए जाने पर जोर दिया गया है।
उल्लेखनीय है कि 24 जून 2020 को जारी शासनादेश के द्वारा निजी क्षेत्र के उच्च शिक्षण संस्थानों में बीएड पाठयक्रम के शैक्षणिक सत्र 2020–21, 2021-22 एवं 2022–23 के लिए प्रथम वर्ष के लिये 51250 रुपए जबकि द्वितीय वर्ष के लिये शुल्क 30000 रुपए फीस निर्धारित है।