मिलिट्री इंटेलीजेंस के इनपुट के बाद रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी मामले गुरुवार को पकड़े गए तीन आरोपियों में से एक की कोविड रिपोर्ट शुक्रवार को पॉजिटिव आ गई।
इससे पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। रेमडेसिविर इंजेक्शन के कालाबाजारी में शामिल आरोपियों से पुलिस कमिश्नर असीम अरुण के साथ डीसीपी साउथ रवीना त्यागी ने पूछताछ भी की थी। हालांकि, आरोपियों की गिरफ्तारी में शामिल थाना बाबूपुरवा के एक दारोगा और तीन सिपाहियों के सैंपल को कोविड जांच के लिए भेज दिया गया है।
यह था कालाबाजारी का पूरा मामला
मिलिट्री इंटेलीजेंस के रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी को लेकर एसटीएफ और स्थानीय पुलिस ने संयुक्त रूप से छापेमारी कर किदवई नगर चौराहे से तीन लोगों को गिरफ्तार किया था। इनके पास से रेमडेसिविर के 265 इंजेक्शन बरामद हुए थे। उसके बाद देर रात तक पुलिस कमिश्नर सहित तमाम आलाधिकारियों ने आरोपियों से कई बार पूछताछ कर मामले की पड़ताल की थी।
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पकड़े गए आरोपियों के नाम मोहन सोनी नौबस्ता निवासी, पशुपति नगर निवासी प्रशांत शुक्ला और हरियाणा निवासी सचिन कुमार हैं। आरोपियों को जेल भेजने से पहले जब उनकी मेडिकल जांच कराई गई तो उसमें प्रशांत शुक्ला नाम का आरोपी कोविड पॉजिटिव निकल आया।
कानपुर पुलिस ने पश्चिम बंगाल पुलिस से साधा संपर्करेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी के नेटवर्क को ध्वस्त करने के लिए कानपुर पुलिस ने बंगाल पुलिस से सम्पर्क किया है। क्योंकि पुलिस की पूछताछ में आरोपियों ने पश्चिम बंगाल के कलकत्ता के अपूर्वा से इंजेक्शन मिलने की बात कबूली थी।