हिंदू धर्म में दिवाली (Diwali) के त्योहार को विशेष माना गया है। कहा जाता है कि इस दिन लक्ष्मी मां की आराधना करने से लाभ मिलता है और घर में सुख-समृद्धि आती है। दिवाली के दिन सफाई का भी विशेष महत्व है। क्योंकि लक्ष्मी मां भी उसी घर में प्रवेश करती हैं जिस घर में साफ-सफाई होती है। लेकिन घर में सिर्फ साफ-सफाई होना ही जरूरी नहीं है। लक्ष्मी मां के आपके घर में प्रवेश ना करने के और भी कारण हो सकते हैं। इसमें एक कारण है घर में कुछ ऐसी चीजों का होना जिससे मां लक्ष्मी क्रोधित होती हैं और घर में प्रवेश नहीं करती हैं। ऐसे में भक्तों को पूजा का लाभ नहीं मिलता है। बता रहे हैं कुछ ऐसी चीजें जिन्हें आपको दिवाली (Diwali) से पहले सफाई के वक्त अपने घर से हटा देना चाहिए।
पुराने जूते-चप्पल
कई लोग घरों में कुछ पुराने सामान को फेंकने के बजाय उसे इकट्ठा करते जाते हैं। ऐसा करना ठीक नहीं माना जाता है। कहा जाता है कि अपने घर से पुराने जूते-चप्पल को दिवाली की सफाई के दौरान हटा दें। इससे घर से दरिद्रता जाती है और सुख-सम्पत्ति में बढ़ावा देखने को मिलता है।
टूटे हुए कांच
टूटा हुआ कांच नकारात्मकता का प्रतीक माना जाता है। कहा जाता है कि कभी भी अगर आपके घर में टूटे कांच हों तो उसे संभालकर रखने के बजाय बाहर फेंक देना चाहिए। सबसे ज्यादा नकारात्मकता टूटे हुए कांच और शीशे से ही फैलती है। ऐसे में लक्ष्मी का का वास घर में नहीं होता है।
पुरानी मूर्तियां
कई सारे लोग ऐसे हैं जो घर की पुरानी या फिर टूटी हुई मूर्तियों को विसर्जित करने के बजाय अपने घर में ही रखते हैं। लेकिन ऐसा नहीं करना चाहिए। कहा जाता है कि इससे नकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और घर में तकलीफें बढ़ती है।
कबाड़
कबाड़ घर की वो जगह है जहां पर सबसे ज्यादा गंदगी होती है। घर में ऐसा देखा गया है कि लोग सालभर का कबाड़ इकट्ठा किए हुए होते हैं। इसमें फटे कपड़े से लेकर अखबार, कार्डबोर्ड समेत और भी रद्दी का सामान होता है। लेकिन इसे हमेशा दिवाली (Diwali) के पहले ही हटा देना चाहिए। दिवाली के पहले की सफाई में इन सामान को घर से बाहर निकाल देना चाहिए। साफ-सफाई से माता रानी खुश होती हैं और उनकी कृपा भक्तों पर बरसती है।
कब है 2024 की दिवाली (Diwali)
दिवाली (Diwali) का त्योहार कार्तिक अमावस्या के दिन ही मनाया जाता है। इस त्योहार की बहुत मान्यता है और इस दिन लोगों का उत्साह अलग ही लेवल पर होता है। 2024 में दिवाली की डेट को लेकर काफी कन्फ्यूजन देखने को मिल रही है।
हिंदू पंचांग के मुताबिक कार्तिक अमावस्या की शुरुआत 31 अक्टूबर के दिन दोपहर 03 बजकर 52 मिनट पर होगी और इसका समापन 01 नवंबर 2024 को शाम 06 बजकर 16 मिनट पर होगा। ऐसे में ज्योतिषों का मानना है कि दिवाली का त्योहार 01 नवंबर 2024 के दिन ही मनाना शुभ होगा।