आज महाशिवरात्रि (Mahashivaratri) का पावन पर्व हैं जिसका सभी शिवभक्त बेसब्री से इंतजार करते हैं। हर साल यह फाल्गुन मास कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि के दिन आता हैं। इस दिन सभी भक्त शिव की पूजा-अर्चना करते हुए भोलेभंडारी की कृपा पाने की कामना करते हैं। शिवरात्रि को सिद्धि की रात्रि भी कहा जाता हैं जिसमें किए गए उपायों से घर का वास्तुदोष दूर हो सकता हैं और घर में सकारात्मकता लाई जा सकती हैं। आज इस कड़ी में हम आपको महाशिवरात्रि (Mahashivaratri) पर किए जाने वाले उन वास्तु उपायों की जानकारी देने जा रहे हैं जो आपके जीवन के दुख-दर्द दूर करके सुख-समृद्धि का आगमन करेंगे। तो आइये जानते हैं इन उपायों के बारे में…
शिव परिवार की स्थापना
गृह कलेश में दूर करने का एक और आसान उपाय आप महाशिवरात्रि (Mahashivaratri) के दिन कर सकते हैं। इस दिन घर में शिव परिवार की स्थापना करना शुभ माना जाता है। ऐसी मान्यता है कि घर में शिव परिवार (मात पार्वती, भगवान शिव, कार्तिकेय और गणेश जी) की मूर्ति लगाने से बच्चे आज्ञाकारी होते हैं। परिवार में आपसी प्रेम और सद्भाव भी बना रहता है।
भगवान शिव का षडाक्षरी मंत्र
महाशिवरात्रि के दिन भगवान शिव के षडाक्षरी मंत्र ओम नम: शिवाय का जप करते हुए रुद्राभिषेक करें। शिवजी को 108 बेल के पत्ते अर्पित करें और अंतिम पत्ते को शिव के आशीर्वाद स्वरूप तिजोरी या धन रखने के स्थान में सुरक्षित रख दें। इससे वास्तु दोष के कारण चल रही आर्थिक परेशानियों में कमी आएगी। धन का अपव्यय भी कम होगा।
शिवलिंग का रुद्राभिषेक
घर में आपसी तालमेल की कमी और क्लेश का कराण वास्तु दोष भी होता है। वास्तु संबंधी कमियों की वजह से परिवार में आपसी कहासुनी और रोग का प्रभाव बना रहा है। इस समस्या को दूर करने के लिए महाशिवरात्रि के दिन घर की उत्तर पूर्व दिशा में शिवलिंग का पूरे विधि विधान से रुद्राभिषेक करें। इससे आपके घर के वास्तु दोष में सुधार होगा और घर के सदस्यों में तालमेल बढ़ेगा। रोग का प्रभाव भी कम होगा।
चार प्रहर की पूजा
महाशिवरात्रि के दिन चार पहर की पूजा का अधिक महत्व है। इस पूजा को करने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। इसमें ध्यान रखें कि सुबह में गंगाजल से शिवजी का अभिषेक करें। दोपहर में दूध से शिवजी का अभिषेक करें। शाम में शहद से शिवजी का अभिषेक करें और रात्रि में घी से शिवजी का अभिषेक करें। चारों प्रहर के लिए चार मिट्टी के शिवलिंग का निर्माण करें और इनकी पूजा करके अगले दिन इन्हें जल में प्रवाहित कर दें। इस उपाय से घर में वास्तु दोष का प्रभाव दूर हो जाता है। इस उपाय से आरोग्य, समृद्धि और आनंद की प्राप्ति होती है।
पारद शिवलिंग की स्थापना
महाशिवरात्रि के दिन अगर आप अपने घर में पारद शिवलिंग की स्थापना करते हैं और उसकी रोजाना पूजा अर्चना करते हैं तो सभी प्रकार के वास्तुदोष का निवारण होगा। शिवपुराण के अनुसार घर में पारद शिवलिंग की स्थापना करके जो व्यक्ति नियमित इनकी पूजा करता है और इन्हें शमी पत्र अर्पित करता है वह सुख भोगों को भोगकर अंत में उत्तम गति को प्राप्त करता है।
रामायण पाठ
रामायण में वर्णित है कि भगवान राम शिव को और शिवजी भगवान राम का ध्यान करते हैं। महाशिवरात्रि के दिन जो व्यक्ति अपने घर पर रामायण पाठ का आयोजन करता है और आठ प्रहर का रामायण पाठ करता है उसके घर पर भगवान शिव की विशेष कृपा रहती है। ऐसे भक्त के घर में किसी प्रकार का वास्तु दोष नहीं रह जाता है। महालक्ष्मी और भगवान राम भी ऐसे शिव भक्त पर प्रसन्न होते हैं।
डमरू
घर से नकारात्मक ऊर्जा को दूर करने के लिए आप महाशिवरात्रि के दिन अपने घर के मंदिर में डमरू की स्थापना कर सकते हैं। अगर रोजाना आरती के समय डमरू बजाया जाए तो ये आपके घर की सभी दिशाओं को वास्तु दोष को दूर करेगा। साथ ही इससे घर में प्रेम, सद्भाव और सुखों की वृद्धि होगी।