उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में शराब कांड के बाद सरकार ने सख्ती शुरू कर दी है। मामले में अपर मुख्य सचिव, गृह अवनीश अवस्थी ने अपर पुलिस महानिदेशक, अभियोजन से रिपोर्ट तलब कर ली है।
एसीएस होम ने प्रदेश में अवैध शराब से जुड़े मुकदमों की स्टेटस रिपोर्ट तलब की है। एडीजी अभियोजन से तीन दिन में स्टेटस रिपोर्ट देने का निर्देश है। उन्होंने प्रदेश में आबकारी से जुड़े मुकदमों की सख़्त निगरानी के निर्देश दिए हैं। इसके अलावा इन केसों में कोर्ट में मज़बूत पैरवी कर दोषियों को सज़ा दिलाने की क़वायद शुरू की गई है। साथ ही आरोपियों पर गैंगस्टर एक्ट लगाने के निर्देश दिए गए हैं।
‘राहुल’ बनकर ‘अयान’ ने युवती को प्रेम जाल में फंसाया, बंधक बनाकर किया रेप
बता दें अलीगढ़ शराब कांड में मौतों के लिए जिम्मेदार मुख्य आरोपी और एक लाख का इनामी बदमाश ऋषि शर्मा को पुलिस ने पिछले दिनों गिरफ्तार कर लिया है। वह बीजेपी का सदस्य था, जिसके बाद बीजेपी ने भी उसे पार्टी से निष्कासित कर दिया है। इसके अलावा मामले के 5 प्रमुख आरोपियों के खिलाफ एनएसए और गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई शुरू हो गई है।
बता दें गौरतलब है कि अलीगढ़ के टप्पल और अकराबाद थाना क्षेत्र में गत 28 मई से शुरू हुआ जहरीली शराब पीने से मौतों का सिलसिला कई दिनों तक जारी रहा। प्रशासन ने इसमें अब तक 35 लोगों की मृत्यु की पुष्टि की है। इसके अलावा गत दो जून को जवां थाना क्षेत्र में भी नहर में फेंकी गई शराब पीने से 10 ईंट भट्ठा मजदूरों की मौत हो गई थी। इस तरह जिले में जहरीली शराब से हुई मौतों का आधिकारिक आंकड़ा 45 हो गया है।
कानून-व्यवस्था में उत्तराखंड का शीर्ष पर होना गौरव की बात : प्रेमचंद
हालांकि, संदिग्ध रूप से जहरीली शराब पीने के कारण मरे 98 लोगों का अब तक पोस्टमॉर्टम कराया जा चुका है। प्रशासन का मानना है कि 35 के अतिरिक्त जिन लोगों का भी पोस्टमॉर्टम हुआ है, उनकी विसरा रिपोर्ट आने के बाद ही माना जाएगा कि उनकी मृत्यु जहरीली शराब पीने से हुई है या नहीं।