न्यूयॉर्क। चीन में इस साल 2020 में 47 पत्रकारों को जेल भेजा गया। पिछले हफ्ते ही यहां ब्लूमबर्ग (Bloomberg) के कर्मचारी को राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा बताते हुए हिरासत में लिया गया था। चीन में पत्रकारों के खिलाफ बर्बरतापूर्ण अत्याचार होता है। चीन पर हमेशा से अपने लोगों की आवाज दबाने का आरोप लगता आया है।
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अमेरिकी निगरानी संख्या ने चीन में इस साल रिकॉर्ड संख्या में पत्रकारों को जेल भेजे जाने का खुलासा किया है। चीन पर दमनकारी शक्ति होने का भी आरोप है। चीन के बारे में कहा जाता है कि वहां से बिना किसी सूचना के एक खबर बाहर नहीं जा सकती।
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इस बीच अमेरिका की एक निगरानी संस्था ने बताया है कि चीन, पत्रकारों के दमन के मामले में दुनिया में इस साल सबसे आगे रहा है। वहां इस साल कोरोना काल के दौरान रिकॉर्ड संख्या में पत्रकारों को जेल भेजा गया है। कमेटी टू प्रोटेक्ट जर्नलिस्ट्स की सालाना रिपोर्ट के मुताबिक, दुनिया में मीडिया को दबाने में चीन सबसे आगे है।