उत्तर प्रदेश के जौनपुर में सेवानिवृत्त न्यायिक अधिकारी तथा उपभोक्ता फोरम के पूर्व अध्यक्ष रहे लाल बहादुर राम धोखाधड़ी के शिकार हो गए।
जमीन बेचने के नाम पर सेवानिवृत्त सरकारी कर्मचारी समेत तीन भू माफियाओं ने उनके साथ 20 लाख रुपए की ठगी किया। तीनों आरोपियों के खिलाफ लाइन बाजार थाने में 21 दिसंबर को विभिन्न धाराओं में प्राथमिकी दर्ज हुई।
एफआईआर की कॉपी दीवानी न्यायालय के सीजेएम की अदालत में प्रस्तुत की गई।
बेखौफ बदमाशों ने दो भाइयों को मारी गोली, जांच में जुटी पुलिस
पुलिस के अनुसार जिले में गौराबादशाहपुर थाना क्षेत्र के कुछमुछ गांव निवासी लाल बहादुर राम ने एफआईआर दर्ज कराया कि उन्होंने जमीन खरीदने के लिए पूर्व परिचित दूरसंचार सेवा से सेवानिवृत्त साहब लाल निवासी न्यू कॉलोनी, मुरादगंज से बात की।
साहब लाल ने लाइन बाजार थाना क्षेत्र के मतापुर निवासी अपने साथी वीरेंद्र सोनकर तथा उनके पुत्र प्रमोद से मिलवाया और प्रापर्टी डीलर बताया। तीनों लोगों ने सड़क के किनारे एक भूखंड वादी को दिखाया जिसकी कीमत 20 लाख रुपए बतायी गयी।
आरोपियों के झांसे में आकर जमीन खरीदने के लिए वादी ने अपने व अपने पत्नी के खाते से वीरेंद्र कुमार के खाते में 19.50 लाख रुपए किस्त में ट्रांसफर किया तथा उसे 1,40,000 रुपए नकद दिया। तीनों ने बैनामा का आश्वासन दिया मगर बाद में हीला हवाली करने लगे।
पता लगाने पर जानकारी हुई थी वह जमीन वीरेंद्र कुमार की थी ही नहीं। रुपए मांगने पर आरोपी धमकी देने लगे। तीनों आरोपियों की एक गैंग है। तीनों भूमाफिया हैं। इसी प्रकार से लोगों से जमीन का सौदा करके ठगी करते हैं। तीनों ने छल व धोखा करके वादी के 20 लाख रुपए विश्वास में लेकर हड़पा। वादी ने तीनों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।