नई दिल्ली। ABG Shipyard के पूर्व चेयरमैन और एमडी ऋषि अग्रवाल (Rishi Agarwal) आज सीबीआई (CBI) हेडक्वार्टर पहुंचे हैं। जिनपर 22 हजार करोड़ के बैंकिंग फ्रॉड का आरोप हैं। दिल्ली में वह जांच में शामिल हो रहे हैं।
इससे पहले भी ऋषि अग्रवाल से सीबीआई ने घंटों पूछताछ की थी। ऋषि पर 28 बैंकों के साथ 22 हजार 842 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी करने का आरोप है। इस मामले में उनके खिलाफ 7 फरवरी को CBI ने केस दर्ज किया था। ऋषि अग्रवाल शशि रुइया और रवि रुइया के भांजे हैं। रुइया बंधू एस्सार ग्रुप (Essar Group) के मालिक हैं।
ऋषि अग्रवाल पर क्या हैं आरोप
एबीजी शिपयार्ड लिमिटेड देश की सबसे बड़ी निजी शिपयार्ड फर्म रही है। कंपनी 16 साल में 165 से ज्यादा जहाज बना चुकी है, जिसमें से 45 दूसरे देशों के लिए बनाए हैं। ये नौसेना और कोस्टगार्ड के लिए भी जहाज बना चुकी है। कंपनी के सूरत शिपयार्ड में 18,000 डेड वेट टन और दाहेज शिपयार्ड में 1,20,000 डेड वेट टन की क्षमता है।
सबसे बड़ा बैंकिंग फ्रॉड! इस कंपनी ने 28 बैंकों को लगाया 22,842 करोड़ रुपए का चूना
ऋषि अग्रवाल पर कारोबार के नाम पर कर्ज लेकर उसका गलत इस्तेमाल करने का आरोप है। CBI के मुताबिक, 28 बैंकों से 22 हजार 842 करोड़ रुपये का घोटाला करने का आरोप है। CBI ने ऋषि अग्रवाल के अलावा कंपनी के एमडी संथान मुथुस्वामी और तीन डायरेक्टर अश्विनी कुमार, सुशील कुमार अग्रवाल और रवि विमन नेवेतिया के खिलाफ भी केस दर्ज किया है। सभी आरोपियों के खिलाफ CBI ने आपराधिक साजिश, धोखाधड़ी और आपराधिक विश्वासघात के केस दर्ज किए हैं।
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एबीजी शिपयार्ड ने 28 बैंकों से की धोखाधड़ी
एबीजी शिपयार्ड लिमिटेड पर 28 बैंकों से करीब 23 हजार करोड़ रुपये की धोखाधड़ी करने का आरोप है। इसमें 7 हजार 89 करोड़ रुपये ICICI बैंक, 3 हजार 634 करोड़ IDBI, 2 हजार 925 करोड़ SBI, 1 हजार 614 करोड़ बैंक ऑफ बड़ौदा, 1 हजार 244 करोड़ PNB और 1 हजार 228 करोड़ इंडियन ओवरसीज के बकाया हैं।
यानी, इन 6 बैंकों के ही 17 हजार 734 करोड़ रुपये बकाया है। इनके अलावा 22 और बैंकों के 5 हजार 108 करोड़ रुपये बकाया है।