बेंगलुरु: कर्नाटक में कई जिलों में भारी बारिश में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। राज्य में तटीय क्षेत्रों में नदियों का जल स्तर बढ़ गया है। राज्य सरकार ने उत्तर कन्नड़ जिले में एक बड़े बांध के गेट खोलकर पानी छोड़ दिया है ताकि कलिनदी और कदरा नदियों के किनारों पर बाढ़ से बचा जा सके। इसके अलावा राज्य के अन्य बांधों से भी पानी छोड़ा गया है।
Heavy rain in #Belagavi,other northern districts,coastal districts and #Kodagu. Rivers above danger mark, water being released from dams. Thunderstorms expected over next 24 hrs.₹50 crores released as relief.
All this as state crosses 150000 #Covid19 cases. pic.twitter.com/Zxya5HEqQ7
— Maya Sharma (@MayaSharmaNDTV) August 6, 2020
कर्नाटक में कई नदियों में जल स्तर खतरे के निशान से ऊपर है। मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा, जो खुद कोरोना संक्रमण के चलते अस्पताल में इलाज करा रहे हैं, उन्होंने कोरोनोवायरस महामारी के बीच प्रारंभिक बाढ़ राहत कार्य के लिए 50 करोड़ रुपये जारी किए हैं।
जिन जिलों में भारी बारिश हुई उनमें कोडागु भी हैं, जहां लोकप्रिय पर्यटन स्थल कूर्ग स्थित है। इसके अलावा गोकर्ण चिकमंगलुरु जो भारत के सबसे ऊंचे झरनों में से एक है वहीं हासन और मैसूरु में भी भारी बारिश हुई है जोकि राज्य की राजधानी बेंगलुरु से 145 किमी दूर है।
उत्तर कन्नड़, दक्षिण कन्नड़ और उडुपी के तटीय जिले बुरी तरह से प्रभावित हुए हैं, साथ ही साथ कोडागु जिले में भी भारी बारिश का खामियाजा भुगतना पड़ रहा है। बेलगावी जो कि महाराष्ट्र की सीमा से सटा और अन्य उत्तरी जिले भी बारिश से बुरी तरह प्रभावित हुए हैं।
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राज्य में अधिक भारी बारिश और गरज के साथ बौछारें पड़ने का पूर्वानुमान लगाया गया है। कोडागु में कई इलाके जो कि कावेरी नदी के स्रोत हैं, वहां बाढ़ आ गई है। गोवा-कर्नाटक सीमा से भूस्खलन की सूचना मिली है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग के निदेशक सीएस पाटिल ने कहा, उडुपी, दक्षिण कन्नड़, उत्तर कन्नड़, चिकमंगलूर, शिवमोग्गा, कोडागु और हसन में पिछले दो-तीन दिनों से क्षेत्र में भारी वर्षा के कारण रेड अलर्ट घोषित किया गया है।