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जिले में नदियों ने लिया विकराल रूप, सेना ने संभाला मोर्चा

उत्तर प्रदेश के पीलीभीत जिले में दो दिनों की मूसलाधार बारिश ने तबाही मैच दी है। जिले में शारदा और देवहा नदी के उफान से कई गांव बाढ़ की चपेट में है। बाढ़ में फंसे लोग घंटों पेड़ पर बैठे रहे। मजबूरन प्रशासन को सेना बुलानी पड़ी। सेना ने हेलीकाप्टर की मदद से रेस्क्यू कर 26 जिंदगियां बचा ली।

नदियों के किनारे बसे गांव में बाढ़ आ गई है। ग्रामीणों ने अपने घर खाली कर दिए हैं। पीलीभीत और लखीमपुर खीरी में हालात बद से बद्तर हैं और सेना का रेस्क्यू जारी है।

जिलाधिकारी पुलकित खरे ने बुधवार को बताया कि जिले के हजारा थाना क्षेत्र के गांव नवरसा में जलालुद्दीन, रमजानी, हसन, मोहित, अरशद समेत कई लोग भारी बारिश की चपेट में आ गए. कई लोग दूध का व्यापार करते हैं, जो दूध बेचने के लिए कंबोज नगर चौकी क्षेत्र के तिल्ला नंबर 4 के पास गए थे, लेकिन पानी भर जाने से वे लोग नदी में ही फंस गए. इन लोगों ने पेड़ पर बैठकर बमुश्किल अपनी जान बचाई और जिला प्रशासन से मदद मांगने के लिए अपना वीडियो बनाया। अब जिला प्रशासन एसएसबी और एनडीआरएफ की टीम के साथ इन लोगों को रेस्क्यू करने की कवायद कर रहा है।

बीच मझधार में फंसे लोगों का रेस्क्यू करने के लिए सेना का हेलीकॉप्टर मौसम ठीक होते ही पीलीभीत पहुंच गया था। सेना के जवानों ने सफल रेस्क्यू ऑपरेशन को अंजाम देते हुए बाढ़ में फंसे सभी 26 लोगों का रेस्क्यू कर उन्हें बाहर निकाल लिया है।

बुधवार सुबह लगभग 6:30 बजे सेना का हेलीकॉप्टर अपनी टीम को लेकर नगरिया इलाके में पहुंचा, जहां डीएम व एसपी ने सेना के लोगों को लोकेशन समेत तमाम अन्य जरूरी जानकारी उपलब्ध कराई। इसके बाद सेना के जवानों ने अपने साहस का परिचय देते हुए 26 लोगों को सफलतापूर्वक रेस्क्यू किया। पीड़ित लोग कहीं छप्पर पर बैठे थे, तो कहीं पेड़ पर. इसके बाद सेना ने इन्हें सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने का काम किया। जब यह लोग हेलीकॉप्टर से उतरे तो पीलीभीत के जिला अधिकारी नन्हे-मुन्ने बच्चों से बातचीत करते नजर आए और उनका हालचाल जाना, जिसके बाद इन सबको खाना खिला कर मेडिकल हेल्प दिलाई गई।

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वहीं ढकिया गांव के रहने वाले बख्तावर सिंह, मानक सिंह, दलेर सिंह, मनजीत सिंह, कुलवीर सिंह समेत आधा दर्जन से अधिक लोग अपने खेतों की रखवाली करने गए थे। इस दौरान सोमवार देर रात अचानक नदी में पानी भर गया। जल का स्तर बढ़ता देख सभी लोगों ने ट्रैक्टर पर बैठकर खुद की जान बचाई. घर वालों को फोन कर पूरे मामले की जानकारी दी। इसके बाद घरवालों की सूचना पर जिला प्रशासन मौके पर पहुंचा और इन लोगों का रेस्क्यू शुरू किया गया।

उत्तराखंड के बनबसा बैराज से छोड़े गए पानी से शारदा ऊफान पर है। खीरी-पीलीभीत जिले की सीमा में बसे नहरोसा गांव के छह लोग एक टापू पर शारदा नदी में बाढ़ में फंस गए। इन सभी को एसएसबी जवानो ने जिंदा बचा लिया है।

खीरी जिले से सटे जनपद पीलीभीत के नहरोसा में शारदा नदी में बनबसा बैराज से छोड़े गए साढ़े पांच लाख क्यूसेक पानी से अचानक शारदा नदी में बाढ़ आ गई। शारदा नदी के बीचो-बीच टापू पर कुछ लोग अपने जानवरों के साथ रुके हुए थे, लेकिन शारदा नदी में इतना ज्यादा पानी आ गया कि इन की जान खतरे में पड़ गई। इसकी खबर फोन पर किसी तरह हजारा थाने को दी गई।

हजारा थाने की पुलिस की सुचना पर तुरंत एसएसबी के 39वीं वाहिनी के कमांडेंट मुन्ना सिंह ने गदनिया पलियाकलां से तुरंत पहुंचकर रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर नाव पर सभी को सुरक्षित बचाकर ले आए। बचाये गये लोगों में जलाल खां 45 वर्ष, नसीमुद्दीन 35 वर्ष, अकरम उम्र 22 वर्ष, असजाद 28 वर्ष शामिल हैं। रेस्क्यू ऑपरेशन करीब ढाई घंटे तक चला।

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