कानपुर। पान मसाला से कारोबार की शुरुआत करने वाले रोटोमैक ग्रुप के प्रबंध निदेशक विक्रम कोठारी का मंगलवार निधन हो गया। उनके निधन से उद्योग जगत में शोक की लहर दौड़ पड़ी और उनके परिजनों को ढांढस बधाने कारोबारी पहुंच रहे हैं। उन पर कई बैंकों से करीब 3700 करोड़ रुपये का एनपीए था। जेल जाने के बाद तबीयत खराब होने के चलते उन्हे बेल मिल गई थी और इन दिनों वह घर पर ही रह रहे थे।
रोटोमैक ग्रुप के प्रबंध निदेशक विक्रम कोठारी पर करीब 3700 करोड़ रुपये का कई बैंकों से एनपीए था। एनपीए के मामले में वह जेल भी गये थे और बीमारी के कारण अदालत ने उन्हें जमानत दी थी। वह तिलक नगर स्थित अपने बंगले में डॉक्टर से इलाज करवा रहे थे।
पिछले दिनों वह फिसल कर सिर के बल गिर गए थे। उनका इलाज कानपुर के नामी फिजीशियन कर रहे थे। यहां हालत में सुधार न होने पर उन्हें अपोलो अस्पताल रेफर किया गया था। वहां से ठीक होने के बाद वह कानपुर लौट आए थे और पत्नी साधना और बेटे राहुल कोठारी समेत परिवार के साथ तिलक नगर स्थित बंगले में रह रहे थे।
नौकरों ने पाया अचेत
मंगलवार को वह घर में अकेले थे और पत्नी व बेटा लखनऊ गए हुए थे। सुबह नौकरों ने उन्हें अचेत पाया और डॉक्टर को बुलवाया। इससे पहले उनका निधन हो गया। उनकी मौत की जानकारी पत्नी और बेटों को दी गई और वह लोग कानपुर के लिए निकल पड़े।
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वहीं उद्योग जगत में जैसे ही पता चला कि विक्रम कोठारी का निधन हो गया है तो शोक की लहर दौड़ पड़ी। उनके चाहने वाले कारोबारियों से लेकर आम जनमानस परिजनों को ढांढस बंधाने के लिए उनके घर पहुंच रहे हैं।