पटना। आरआरबी एनटीपीसी रिजल्ट (RRB NTPC Result) को लेकर युवाओं का विरोध-प्रदर्शन लगातार बढ़ता जा रहा है। बिहार में पिछले तीन दिनों से लगातार अलग-अलग स्थानों पर ट्रेनें रोके जाने और रेलवे पटरियों को जाम करने की घटनाएं सामने आई हैं। इसी बीच, चर्चित खान सर (Khan Sir) समेत कई संस्थानों के मालिकों समेत 400 से अधिक लोगों के खिलाफ पटना में एफआईआर दर्ज की गई है।
राज्य की राजधानी स्थित पत्रकार नगर थाने में सोमवार और मंगलवार को हुई हिंसा के बाद हिरासत में लिए गए आंदोलनकारी छात्रों के बयान के आधार पर इस मामले में केस दर्ज किया गया है। हिरासत में लिए गए आंदोलनकारी उम्मीदवारों ने कहा है कि सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल होने के बाद उन्हें हिंसा और दंगा करने की शह मिली थी, जिसमें खान सर को कथित तौर पर आरआरबी एनटीपीसी परीक्षा रद्द नहीं होने पर छात्रों को सड़क पर आंदोलन करने के लिए उकसाते हुए देखा गया था।
पत्रकार नगर थाने के थानाध्यक्ष मनोरंजन भारती ने अपने खुद के बयान पर पटना के पत्रकार नगर थाने में केस दर्ज किया है। बिहार पुलिस सेवा के पुलिस इंस्पेक्टर मनोरंजन भारती ने एफआईआर में इस बात की चर्चा की है कि पटना के राजेंद्र नगर टर्मिनल पर एवं उसके सामने की सड़क पर जमा होकर उपद्रव करने के बाद कुछ छात्रों को हिरासत में लेते हुए पूछताछ किया तो कई खुलासे हुए।
थानेदार के मुताबिक किशन कुमार उम्र 21, रोहित कुमार उम्र 23 साल, राजेंद्र कुमार, विक्रम कुमार ने पूछताछ के क्रम में बताया कि हम लोगों को यहां पर आने के लिए खान सर, एसके झा सर, नवीन सर, अमरनाथ सर, गगन प्रताप सर, गोपाल वर्मा सर और बाजार समिति के विभिन्न कोचिंग संस्थान के संचालकों द्वारा मार्गदर्शन किया गया है। अगर पुलिस नहीं आती तो हम लोग तोड़फोड़ कर दंगा करने के फिराक में यहां पर आए थे।
पटना के खान सर के बारे में इन छात्रों ने बताया कि खान सर का एक वीडियो जो सोशल मीडिया में भी है उसमें खान सर बोले थे कि अगर एनटीपीसी की परीक्षा कैसिल कर दोबारा नहीं होगी तो स्टूडेंट्स को हम लोग हर जगह उतारेंगे। पूछताछ के क्रम में पकड़े गए छात्रों ने बताया कि हम लोगों के अलावा इस घटना में शिव शक्ति नगर बहादुरपुर का नरेश, नागेश ,विकास ,खेसारी ,मृत्युंजय, बालेश्वर ,विशाल ,पंकज, सूरज विकास, छोटू, मुकेश और पटेल छात्रावास के मेरे अन्य दोस्त और 3 सौ से 4सौ छात्र शामिल थे।
थानेदार के मुताबिक छात्रों के बयान और सोशल मीडिया में वायरल हो रहे वीडियो से ऐसा प्रतीत होता है कि उपरोक्त व्यक्तियों और आदमी कोचिंग संचालकों के द्वारा उनके मनमाफिक रिजल्ट नहीं आने पर षड्यंत्र के तहत योजनाबद्ध तरीके से छात्रों को उकसा कर और भगाकर विधि व्यवस्था की समस्या उत्पन्न करने के लिए राजेंद्र नगर टर्मिनल और उसके बाहर सड़क पर भेजा गया था। पुलिस ने उनसे कई बार आग्रह किया गया एवं समझाया बुझाया गया लेकिन वो लोग पुलिस कर्मियों से भी उलझ गए बदतमीजी करने लगे।
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पुलिस ने पकड़े गए चारों व्यक्तियों समेत पटना के विभिन्न कोचिंग संचालकों और अज्ञात तीन चार सौ लोगों को षड्यंत्र के तहत नाजायज मजमा बनाकर सड़क मार्ग को बाधित करने के अधिकारियों और पुलिसकर्मियों को अपमानित करने और यातायात और लोक मार्ग को बाधित करने आदि के आरोप में भादवि की धारा 147, 148 ,149 ,151 ,152 ,186, 187 ,188 ,330 ,332, 353, 504 ,506 ,120 बी के अंतर्गत केस दर्ज किया है।
उधर, छात्रों के प्रदर्शन पर Khan Sir ने बुधवार शाम को बयान जारी कर कहा था कि आरआरबी ने जो अभी फैसला लिया है, अगर वो 18 तारीख को ही ले लिया जाता, तो यह नौबत नहीं आती। लेकिन आज एक अच्छा कदम यह उठाया है कि 16 फरवरी तक सभी स्टूडेंट से सुझाव मांगा है।
बता दें कि खान सर एक पॉपुलर कोचिंग टीचर हैं जो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म यूट्यूब पर खान जीएस रिसर्च सेंटर (Khan GS Research Centre) चलाते हैं और अपनी अनूठी शिक्षण शैली के लिए भी जाने जाते हैं।
क्या है पूरा मामला?
जानकारी के लिए बता दें कि रेलवे भर्ती बोर्ड (आरआरबी) की ओर से नॉन टेक्नीकल पॉपुलर कैटेगरी (एनटीपीसी) भर्ती सीबीटी-1 परीक्षा के रिजल्ट 14 व 15 जनवरी, 2022 को जारी किए गए थे। इस परिणाम के आधार पर सीबीटी-2 यानी दूसरे चरण की परीक्षा के लिए उम्मीदवारों को शॉर्टलिस्ट किया जाना है। उम्मीदवारों ने आरोप लगाया है कि आरआरबी एनटीपीसी परिणाम में धांधली हुई है।
इसको लेकर बिहार के कई जिलों में विरोध और रेलवे भर्ती बोर्ड के खिलाफ प्रदर्शन करने के लिए छात्र लगातार पटरियों पर उतर रहे हैं। बिहार के गया जिले में बुधवार को प्रदर्शनकारियों की भीड़ ने एक यात्री ट्रेन को आग के हवाले कर दिया।
रेल मंत्री ने की छात्रों से भावुक अपील
छात्रों के प्रदर्शन के बीच रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने नौकरी चाह रहे अभ्यर्थियों से ‘सार्वजनिक संपत्ति’ को नष्ट नहीं करने का आग्रह करते हुए कहा कि यदि वे इसे नुकसान पहुंचाएंगे तो उचित कार्रवाई की जाएगी। अश्विनी वैष्णव ने कहा, ‘मैं अपने छात्र मित्रों से निवेदन करना चाहूंगा कि रेलवे आपकी संपत्ति है, आप अपनी संपत्ति को संभालकर रखें। आपकी जो शिकायतें और बिंदु अब तक उभर कर आए हैं उन सबको हम गंभीरता से देखेंगे। कोई भी छात्र कानून को हाथ में न ले।’
3 हफ्ते में रिपोर्ट देगी कमेटी
RRB (रेलवे रिक्रूटमेंट बोर्ड) में एनटीपीसी यानी नॉन टेक्निकल पॉपुलर कैटेगरी भर्ती मामले पर आज तक के साथ खास बातचीत करते हुए रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि इस मामले को पारदर्शिता से साथ सुलझाया जाएगा। उन्होंने कहा है कि परीक्षा में कोई भी गड़बड़ी नहीं हुई है। उनकी टीम में कई अनुभवी लोग शामिल हैं जिन्होंने इससे पहले भी इस प्रक्रिया को सफलतापूर्वक पूरा किया है। लेकिन क्योंकि छात्र प्रदर्शन कर रहे हैं, ऐसे में रेल मंत्री ने कमेटी बनाने की बात कही है। जानकारी दी गई है कि वो कमेटी तीन हफ्ते के अंदर अपनी रिपोर्ट सौंप देगी