आयकर विभाग ने हेटेरो फार्मास्यूटिकल ग्रुप पर रेड करने वाले अफसर तब हैरान हो गए, जब उन्हें 142 करोड़ रुपये कैश दफ्तर की अलमारियों में पड़ा मिला। यह कंपनी अधिकांश उत्पादों का निर्यात विदेशों यानी यूएसए, यूरोप, दुबई और अन्य अफ्रीकी देशों में करती है। आयकर ने 6 राज्यों में करीब 50 जगहों पर तलाशी अभियान चलाया था।
तलाशी के दौरान, उन ठिकानों की पहचान की गई जहां खातों की किताबों और नकदी का दूसरा सेट मिला था। डिजिटल उपकरण, पेन ड्राइव, दस्तावेज आदि के रूप में कई साक्ष्य मिले हैं, जिन्हें जब्त कर लिया गया है।
इन छापों के दौरान फर्जी और गैर-मौजूद कंपनी से की गई खरीद में गड़बड़ी का भी खुलासा हुआ।
केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री के इस्तीफे की मांग को लेकर प्रियंका गांधी ने रखा मौन व्रत
इसके अलावा, भूमि की खरीद के लिए भुगतान के साक्ष्य भी पाए गए और कई अन्य कानूनी मुद्दों की भी पहचान की गई जैसे कि कंपनी की किताबों में व्यक्तिगत खर्च और संबंधित सरकारी पंजीकरण मूल्य से नीचे खरीदी गई भूमि। अधिकारी ने बताया कि तलाशी के दौरान कई बैंक लाकर मिले हैं, जिनमें से 16 लाकर संचालित हैं।
केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड के मुताबिक, हैदराबाद स्थित एक प्रमुख फार्मास्युटिकल समूह पर 6 अक्टूबर को तलाशी अभियान चलाया गया था और अबतक लगभग 550 करोड़ रुपये की बेहिसाब आय का पता चला है। अघोषित आय का पता लगाने के लिए आगे की जांच की जारी है।