राजस्थान के कोटा जिले के रामगंजमंडी कस्बे में मंगलवार रात को तीन बदमाशों ने आरएसएस के जिला संघचालक एवं कोटा स्टोन व्यापारी दीपक शाह गोली मार दी। इससे शाह गंभीर रूप से घायल हो गये।
शाह को रामगंजमंडी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र ले जाया गया। वहां चिकित्सकों ने उनको प्राथमिक उपचार देकर कोटा जिला मुख्यालय के महाराव भीमसिंह चिकित्सालय के लिये रेफर कर दिया। शाह का यहां उपचार चल रहा है। तीनों आरोपियों को पकड़ लिया गया है।
वारदात की सूचना मिलने के बाद रामगंजमंडी कस्बे में बड़ी संख्या में व्यापारी और आरएसएस के कार्यकर्ता थाने के बाहर एकत्र हो गये। भीड़ ने थाने का घेराव कर प्रदर्शन किया। इससे पुलिस-प्रशासन के हाथ-पांव फूल गये। कस्बे में रातभर तनाव के हालात रहे। हालात को देखते हुये रामगंजमंडी में पुलिस और प्रशासन के आलाधिकारी और भारी पुलिस जाब्ता तैनात रहा। आक्रोशित व्यापारियों ने बुधवार को कस्बा बंद रखने की घोषणा की है।
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वहीं कोटा में उपचाराधीन घायल दीपक शाह की कुशलक्षेम जानने के लिए केशवरायपाटन की बीजेपी विधायक चन्द्रकांता मेघवाल और पूर्व विधायक प्रहलाद गुंजल अस्पताल पहुंचे। एमबीएस अस्पताल में भी रातभर पुलिस जाब्ता तैनात रहा,
आरएसएस के कई कार्यकर्ता भी एमबीएस अस्पताल में जिला संघचालक दीपक शाह से मिलने पहुंचे। रामगंजमंडी के बीजेपी विधायक मदन दिलावर ने अपने कार्यकर्ताओं से पूरे मामले की जानकारी ली है।
सूत्रों के मुताबिक सप्ताहभर पहले रामगंजमंडी क्षेत्र के हिस्ट्रीशीटर से दीपक शाह का किसी बात को लेकर झगड़ा हुआ था। इसका थाने में मामला भी दर्ज हुआ था। ऐसे में मंगलवार को दीपक शाह पर हुए जानलेवा हमले को उसी घटना से जोड़कर देखा जा रहा है। अब तक की पड़ताल में सामने आया है कि शाह पर हमला उस समय हुआ जब वे कस्बे के शाहजी चौराहे पर मौजूद थे। मोटरसाइकिल पर तीन बदमाश आये और उन्होंने शाह पर बंदूक से फायर किया। इससे शाह के दोनों पैरों में गोलियां लगी है।
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उसके बाद हमलावर वहां से फरार हो गये। लेकिन लोगों ने पीछा कर दो बदमाशों को उसी समय पकड़ लिया। दीपक शाह को आशु पाया ने अपने दो साथी भाविक चावड़ा और सुफियान के साथ बाइक पर आकर को गोली मारी थी। इनमें से चावड़ा और सुफियान को घटनास्थल पर लोगों ने पकड़ लिया था। बाद में उन्हें पुलिस के हवाले कर दिया गया। जबकि मुख्य आरोपी आशु पाया मौके से फरार हो गया। उसे भी बाद में रात को पुलिस ने धरदबोचा।
घायल हुए दीपक शाह ने कहा कि मकसूद पाया के बच्चों ने घटना को अंजाम दिया है। दीपक शाह ने कहा मकसूद पाया के बेटे बाबू पाया सहित अन्य लोगों उस पर हमला किया है। दीपक शाह ने अस्पताल में कहा कि उन्हें निधि संग्रहण करने से रोकने के लिए कहा जा रहा था। कस्बे में देर रात तक कोटा जिला ग्रामीण पुलिस अधीक्षक शरद चौधरी, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पारस जैन, रामगंजमंडी उपखंड अधिकारी देशलदान और पुलिस उपाधीक्षक मनजीत सिंह घटनास्थल पर ही डटे रहे।