नई दिल्ली। राम मंदिर निर्माण के बाद अब राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) व उसके अन्य संगठन देश में समान नागरिक संहिता पर अभियान चलाने की तैयारी चल रही है। संघ का मानना है कि यह अभियान लंबा चल सकता है। इसलिए इसमें मदद के लिए अपने अनुषांगिक संगठनों की मदद ली जा रही है।
इस बारे में प्रयागराज में संघ की अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल पूर्वी उत्तर प्रदेश क्षेत्र की बैठक हुई थी। जिसमें समान नागरिक संहिता यानी यूनिफ़ॉर्म सिविल कोड पर मंथन किया गया।
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बता दें कि यह मसला सरकार की तरफ से उठाया जाना होगा। इसलिए आरएसएस देश भर में इसका माहौल बनाना चाहती है। उसी के हिसाब से अभी से प्लानिंग करने में लगी है। इसके लिए आरएसएस अनुषांगिक संगठन की ओर से बौद्धिक गोष्ठियां एवं अन्य तरह के आयोजन करवाएगा।
इससे पहले भी जब जम्मू-कश्मीर में धारा 370 हटानी थी तब भी देश भर में इसी तरह के आयोजन करवाए गए थे और पूरा माहौल तैयार किया गया था। यह समय भाजपा के लिए भी अनुकूल है, क्योंकि भाजपा के पास पर्याप्त बहुमत है। इसलिए अभी सिर्फ विभिन्न आयोजन कर देश के तमाम राज्यों में समान नागरिक संहिता को लेकर माहौल बनाने का ही काम किया जाना है।
राम मंदिर और धारा 370 हटाए जाने के बाद सरकार अब समान नागरिक संहिता को लेकर कानून लेकर आना चाहती है इसलिए राष्ट्रव्यापी मुहिम चलाने की तैयारी की गई है। इसके लिए चिकित्सकों, अधिवक्ताओं, समाज सेवी संगठन एवं अन्य प्रबुद्ध वर्ग आदि के बीच माहौल बनाया जाएगा।