बेरोजगारी, महंगाई और विकास कार्य नहीं होने का आरोप लगाकर 2 अक्टूबर को सपाइयों ने कैबिनेट मंत्री सतीश महाना के कानपुर स्थित कार्यालय में जमकर हंगामा किया था।
भाजपा कार्यकर्ताओं ने रोका तो दोनों ओर से झड़प होने लगी। इस मामले में रविवार को चकेरी चौकी प्रभारी की तहरीर पर पुलिस ने फतेह बहादुर, अजीत यादव समेत 300 सपाइयों पर मुकदमा दर्ज किया है। इसमें सेवन सीएलए, कोरोना महामारी अधिनियम, 147, 332, 353, 452 समेत 13 धाराओं में मामला दर्ज किया गया है। मंत्री का कहना है कि कुछ सपा कार्यकर्ता कार्यालय की दीवार फांदकर अंदर घुस गए और तोड़फोड़ की।
बता दें कि सपा नेता फतेह बहादुर सिंह गिल 2 अक्टूबर को दो दर्जन से अधिक साथियों के साथ सतीश महाना को फूल और तिरंगा भेंट करने जा रहे थे। मंत्री के कार्यालय में पहले से ही बड़ी संख्या में भाजपाई भी मौजूद थे। उन्होंने सपाइयों को अंदर जाने से रोका तो विवाद होने गया। देखते ही देखते हंगामा और नारेबाजी शुरू हो गई. सड़क पर जाम लग गया। दोनों ओर से बवाल शुरू होता, इससे पहले ही भारी पुलिस फोर्स पहुंची और हंगामा कर रहे लोगों को लाठी लेकर दौड़ा दिया। एसीपी कैंट मृगांग शेखर ने बताया कि मामला शांत हो गया।
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मामले पर प्रभारी निरीक्षक मधु मिश्रा ने बताया चकेरी थाना क्षेत्र के अंतर्गत मंत्री सतीश महाना का कार्यालय और आवास है। जहां भारी संख्या में समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता हाथों में झंडे लेकर कार्यालय में जाने का प्रवेश कर रहे थे जिन्हें रोका गया जिसके बाद कहासुनी और धक्का-मुक्की हुई।
प्रभारी निरीक्षक मधुर मिश्रा ने बताया कि उप निरीक्षक रामजीत यादव द्वारा दो नामजद सपाइयों समेत 300 अज्ञात पर 13 धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया। जिसमें सरकारी कार्य में बाधा हंगामा करना, संकरण लाइट मारपीट हंगामा समेत कई धाराएं लगाई गई हैं। प्रभारी निरीक्षक मुताबिक पूरी रात दबिश का दौर चला और 12 लोगों को हिरासत में लिया गया है। फोटोग्राफी के आधार पर जल्द गिरफ्तारी की जाएगी।