हिंदू धर्म में रोजाना भगवान भोलेनाथ की पूजा-आराधना करना अति शुभ माना गया है। मान्यता है कि शिवजी अपने भक्तों के सभी दुखों का निवारण करते हैं और सुख-समृद्धि का आशीर्वाद देते हैं। घर में शिवजी या शिव परिवार की प्रतिमा रखना मंगलकारी माना जाता है, लेकिन घर में शिवलिंग (Shivling) स्थापित करते समय कुछ विशेष बातों का ध्यान रखने की सलाह दी जाती है। मान्यता है कि शिवलिंग से जुड़ी कुछ गलतियों से परिवार के सदस्यों को जीवन में कई कष्टों का सामना करना पड़ सकता है। इसलिए घर में शिवलिंग स्थापित करते समय कुछ नियमों का खास ध्यान रखना चाहिए। आइए जानते हैं घर में शिवलिंग स्थापित करने के नियम…
घर में कैसा शिवलिंग (Shivling) स्थापित करें?
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, घर में एक निश्चित आकार का शिवलिंग (Shivling) स्थापित करना चाहिए। घर में शिवलिंग रखते समय इस बात का ध्यान रखें कि शिवलिंग अंगूठे के आकार का ही होना चाहिए। घर में छोटा शिवलिंग और मंदिरों में बड़ा शिवलिंग स्थापित करना शुभ रहता है।
घर में कभी भी टूटा हुआ शिवलिंग नहीं रखना चाहिए। मान्यता है कि यह घर में नकारात्मक ऊर्जा ला सकता है। जिससे परिवार के सदस्यों को कई कष्ट सहने पड़ सकते हैं। इसलिए कहीं से भी टूटे और क्षतिग्रस्त शिवलिंग को घर में स्थापित न करें।
शिवलिंग को घर के पवित्र स्थान पर स्थापित करें। शिवलिंग की स्थापना ऐसे करें कि उसका मुख ईशान कोण की तरफ हो। शिवलिंग स्थापित करने के बाद रोजाना पूजा करें। शिवलिंग पर दूध, दही, शहद, गंगाजल ,घी और बेलपत्र अर्पित करें।
वास्तु के अनुसार, घर में एक से ज्यादा शिवलिंग नहीं होना चाहिए। घर में शिवलिंग स्थापित करने के बाद उसकी साफ-सफाई का खास ध्यान रखें।
घर में सोने, चांदी, पीतल, मिट्टी, पत्थर, स्फटिक या पारद की धातु का शिवलिंग स्थापित कर सकते हैं, लेकिन लोहा, स्टील या एल्युमिनियम की धातु के शिवलिंग की पूजा नहीं करनी चाहिए। शिवलिंग को भूलकर भी बेडरूम में नहीं रखना चाहिए।
शिवलिंग (Shivling) के साथ गणेशजी, देवी पार्वती, कार्तिकेय भगवान और नंदी की छोटी-सी मूर्ति जरूर रखें।