उत्तर प्रदेश के हापुड़ जिले की गंगानगरी ब्रजघाट में 48 घंटों में 11 लोगों की जहरीली शराब के सेवन से मौत होने की अफवाह होने से पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया है। अफवाह की पुष्टि करने के लिए एडीएम जयनाथ यादव और एएसपी सर्वेश मिश्रा ने ब्रजघाट पुलिस चौकी पहुंचकर मृतकों के परिजनों से जानकारी हासिल कर गहनता से जांच पड़ताल भी की है।
हालांकि पुलिस प्रशासन के अधिकारियों द्वारा सभी मृतकों की मौत बीमारी अथवा हार्ट अटैक से होना बताया गया है, जबकि मृतकों के परिजन और क्षेत्र के लोग शराब से मौत होने की बात कर रहे हैं। लेकिन जिला प्रशासन के अधिकारी भी बारीकी से जांच पड़ताल कर रहे हैं।
दरअसल, गंगा नगरी ब्रजघाट में 48 घंटे के दौरान 11 लोगों की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। 11 लोगों की मौत से गंगा नगरी में शोक की लहर दौड़ गई। वहीं आज इन मौतों के मामले ने तूल पकड़ लिया और लोगों में जहरीली शराब के सेवन से मौत होने की चर्चा तेज हो गई तो इससे जिले के पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों में हड़कंप मच गया।
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मामले की गंभीरता को देखते हुए आज गुरुवार को एडीएम जयनाथ यादव और आबकारी आयुक्त राम मणि नाथ त्रिपाठी, एएसपी सर्वेश मिश्रा, जिला आबकारी अधिकारी महेंद्रनाथ, और गढ़ आबकारी निरीक्षक सीमा कुमारी ब्रजघाट स्थित पुलिस चौकी पर पहुंचे और मृतकों के परिजनों से जानकारी की है।
मृतकों के परिजनों के अलावा आस-पास के लोगों के बयान भी दर्ज किए गए हैं। वहीं पुलिस चौकी में जिले के आला अधिकारियों को देखकर गंगा नगरी के लोगों में तरह-तरह की चर्चाएं शुरू हो गई हैं। वहीं आबकारी विभाग की टीम ने जगह-जगह से ठेकों से शराब के सैंपल लेकर जांच शुरू कर दी है, लेकिन मामला संदिग्ध होने के बाद भी किसी भी मृतक का पोस्टमार्टम नहीं कराया गया।
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एक मृतक की पत्नी सरिता ने बताया कि मेरे पति ने 2 दिन पहले शराब पी थी जिसके बाद उनकी हालत बिगड़ गई और उन्हें सरकारी अस्पताल ले जाया गया। जहां उनके मुंह से झाग आने लगे। उसके बाद डॉक्टर ने हमें जवाब दे दिया। उनकी मौत शराब पीने के कारण ही हुई है और क्षेत्र में जो भी मौतें हो रही हैं वह शराब पीने के कारण ही हुई हैं।
हालांकि इसमें प्रशासनिक स्तर पर बहुत बड़ी लापरवाही देखने को मिली है। 11 मृतकों में से किसी भी मृतक का पोस्टमार्टम नहीं कराया गया जबकि इनमें से दो अज्ञात शवों का पोस्टमार्टम कराया जाना अति आवश्यक था, लेकिन पुलिस प्रशासन द्वारा उनका भी बिना पोस्टमार्टम कराए अंतिम संस्कार कर दिया गया।