• About us
  • Privacy Policy
  • Disclaimer
  • Terms & Conditions
  • Contact
24 Ghante Latest Hindi News
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
No Result
View All Result

राष्ट्र निर्माण में ग्रामीण, कृषि विकास व ग्राम पंचायतों की अहम भूमिका है : राष्ट्रपति

Writer D by Writer D
24/11/2021
in Main Slider, उत्तर प्रदेश, कानपुर, ख़ास खबर, राजनीति
0
14
SHARES
176
VIEWS
Share on FacebookShare on TwitterShare on Whatsapp

देश के विकास के लिये शिक्षित समाज की जरूरत पर बल देते हुये राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि सांप्रदायिक सदभाव और समरसता की भावना से खुशहाली के पथ पर आगे बढ़ा जा सकता है।

कानपुर के दो दिवसीय दौरे के पहले दिन श्री कोविंद बुधवार को यहां मेहरबान सिंह पुरवा गांव में समाजवादी नेता चौ. हरमोहन सिंह यादव के जन्म शताब्दी समारोह में शामिल हुए। राष्ट्रपति के साथ मंच पर राज्यपाल आनंदीबेन पटेल मौजूद रहीं, जबकि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ राष्ट्रपति की अगवानी करने के बाद कानपुर से रवाना हो गए।

उन्होने कहा “चौधरी साहब अक्सर कहा करते थे कि राष्ट्र निर्माण में ग्रामीण, कृषि विकास व ग्राम पंचायतों की अहम भूमिका है। विकास का आधार शिक्षा होती है, शिक्षा से ही विकास संभव है। इस फलसफे को वह बखूबी समझते थे। इसको देखते हुए ही यहां पर इस परिवार ने शिक्षण संस्थाओं का जाल बिछा दिया है।”

राष्ट्रपति ने कहा कि, कानपुर में चारों तरफ शिक्षा का जाल बिछा है। ऐसे में कानपुर की जिम्मेदारी भी अहम हो जाती है। चौधरी हरमोहन सिंह के साथ अपने सांसद कार्यकाल को याद करते हुए राष्ट्रपति ने कहा “इस क्षेत्र का विकास यहां की परंपराओं और अनूकुलता के अनुसार हुआ है। राज्यसभा में हम दोनों ने संसद के कई कार्यकलाप में भाग लिया है। मेहरबान सिंह का पुरवा तो अब टाउनशिप जैसा विकसित हो चुका है। ऐसे में चौधरी परिवार से अपेक्षा है कि समाज से उन्हें जितना सम्मान मिला है, ऐसे में उसे लौटाना भी जरूरी है।”

श्रमिकों के कल्याण के लिए भाजपा सरकार ने खोला खजाने का द्वार: स्वामी प्रसाद मौर्य

अपने अभिभाषण के दौरान कोविंद ने कई बार कानपुर का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि कानपुर से उनका काफी लगाव है। यहीं पर रहकर उन्होंने शिक्षा ग्रहण की। इसी धरती के आाशीर्वाद से वह देश के प्रथम नागरिक बने। इस दौरान राष्ट्रपति ने कानपुर और आसपास के लोगों को अपने परिवार जैसा बताया।

राष्ट्रपति ने बताया कि ट्रेन में सफर के दौरान चौधरी साहब अक्सर घर से बना खाना, पकवान और लड्डू आदि लाते थे। वह न केवल हम लोगों को बल्कि उनके आसपास जितने लोग हैं, सभी को वह खाने को देते थे। उन्होंने कहा था कि ट्रेन में जितने लोग भी साथ में सफर कर रहे हैं, वह हमसफर हैं। ऐसे में यह हमसफर की भावना समाज में चरितार्थ हो जाए, तो जाति, बिरादरी, संप्रदाय, ऊंच नीच के भेद मिट जाएंगे और हम जहां पर रहते हैं, वहीं से स्वर्ग दिखने लगेगा।

आजादी के अमृत महोत्सव का जिक्र करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि हम आजादी की 75वीं वर्षगांठ मना रहे हैं। स्वतंत्रता संग्राम में कानपुर का भी गहरा नाता है। यहां पर नानाराव पेशवा, तात्या टोपे, रानी लक्ष्मीबाई, चंद्रशेखर आजाद और भगत सिंह के बारे में तो सभी जानते हैं, लेकिन अजीजन बाई, जयदेव कपूर, शिव कुमार वर्मा, विजय कुमार सिन्हा, डॉ गया प्रसाद के बारे में भी जानकारी देना जरूरी है। राष्ट्रपति ने कहा कि आजादी के तमाम ऐसे गुमनाम नायक हैं, जिनके बारे में भावी पीढ़ी को जानना चाहिए।

उन्होने कहा कि चौ. हरमोहन सिंह की सादगी और उनके समाज सुधार के कामों से परिचित रहा हूं। राज्यसभा में भी मैं उनके साथ रहा हूं। कानपुर की बात आती है तो परिवार की बात होती है। इसलिए मैंने यहां आना स्वीकार किया। स्वर्गीय हरमोहन सिंह के जन्मशताब्दी समारोह के बारे में मुझे सुखराम यादव ने बताया। इसके लिए उन्होंने ही मुझे आमंत्रित किया। इसलिए मैंने यहां आना स्वीकार किया। कानपुर पहुंचे राष्ट्रपति ने मंच से कहा कि पहले भी मैं जब सांसद था, तब मैंने यहां का विकास देखा है। विधानसभा से लेकर राज्यसभा तक चौधरी साहब के विचारों को गंभीरता से सुना जाता था। अपनी जान जोखिम में डालकर भी उन्होंने लोगों की रक्षा की। उनके समाज के प्रति इसी सेवाभाव को देखते हुए 1991 में उन्हें शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया।

Tags: kanpur newspresident Ramnath Kovindup news
Previous Post

युवोत्थान संवाद में शामिल नहीं होंगे उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य

Next Post

तीन नये कृषि कानूनों की वापसी सराहनीय कदम : अदिति

Writer D

Writer D

Related Posts

hariyali teej
Main Slider

शादी बाद पहले हरियाली तीज का ऐसे रखें व्रत, वैवाहिक जीवन में बढ़ती रहेगी खुशियां!

27/07/2025
Kesariya Bhaat
फैशन/शैली

हरियाली तीज को बनाएं टेस्टी केसरिया भात

27/07/2025
hariyali teej
धर्म

हरियाली तीज पर पहने राशि अनुसार रंग की साड़ी, होगा लाभ

27/07/2025
hariyali teej
Main Slider

कुंवारी लड़कियां भी रखती हैं हरियाली तीज का व्रत, जानें इसके नियम

27/07/2025
Hariyali Teej
Main Slider

शुभ संयोग में रखा जाएगा हरियाली तीज का व्रत, महिलाओं को होगी अखंड सौभाग्य की प्राप्ति

27/07/2025
Next Post

तीन नये कृषि कानूनों की वापसी सराहनीय कदम : अदिति

यह भी पढ़ें

Donald Trump

मैनहट्टन कोर्ट पहुंचे डोनाल्ड ट्रंप, शहर में 35 हजार जवान तैनात

04/04/2023

सर्दियों में हार्ट अटैक का खतरा बढ़ा सकती है ये 5 गलतियां, जानें जरूर

07/01/2022
Nautapa

इस दिन से धरती पर आग उगलेगा सूरज, जानें कब से शुरू होगा नौतपा

15/05/2025
Facebook Twitter Youtube

© 2022 24घंटेऑनलाइन

  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म

© 2022 24घंटेऑनलाइन

Go to mobile version