उत्तर प्रदेश के जनपद कासगंज में दो दिन पूर्व अपहृत हुए 10 वर्षीय मासूम की बेरहमी से हत्या कर दी गई। मासूम का शव गांव से करीब 200 मीटर की दूरी पर बाजरे की करब से बरामद हुआ, लेकिन पुलिस अभी भी अपहरणकर्ताओं के पास तक नहीं पहुंच पाई है।
मासूम का शव मिलते ही परिवार में कोहराम मच गया। परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है। फिलहाल पुलिस ने मृतक मासूम के शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेज दिया और अपहरणकर्ताओं की तलाश में जुट गई है।
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पूरा मामला जनपद कासगंज के थाना सिढ़पुरा क्षेत्र के पिथनपुर गांव का है, जहां दो दिन पूर्व 10 वर्षीय मासूम लोकेश का दिनदहाड़े अपहरण हो गया था। जिसकी सूचना मासूम के परिजनों ने थाने में दी थी, लेकिन इलाका पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। दूसरे दिन अपहरणकर्ताओं ने मासूम के परिजनों के फोन पर 40 लाख रुपये की फिरौती मांगी थी। उसके बाद पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया था और आनन-फानन में आला अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए थे।
तब से लगातार इलाका पुलिस और जिले के अधिकारी भारी पुलिस फोर्स के साथ लगातार गंगा की कटरी में खाक छान रहे थे। लेकिन उसके बावजूद भी मासूम का कोई पता नहीं चल सका। तभी बुधवार को मासूम का शव गांव से 200 मीटर की दूरी पर एक बाजरा की करब में रखा मिला। मासूम के मुंह पर टेप लगा हुआ था और उसके हाथ पैर भी बंधे हुए थे।
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इस मामले में आगरा से एसटीएफ की टीम भी पहुंची थी। वह भी लगातार मासूम की बरामदगी के लिए प्रयास कर रही थी लेकिन उसके बावजूद भी पुलिस मासूम को सकुशल जिंदा बरामद नहीं कर सकी। पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार सोनकर ने बताया कि अपहृत बालक का शव बरामद हो गया है। इस मामले में तीन अभियुक्तों के नाम सामने आये हैं। उनकी गिरफ्तारी के लिए कई टीमें लगा दी गई हैं। जल्द ही सभी को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।