कोलकाता। भारत के पूर्व अंतर्राष्ट्रीय गोलकीपर प्रशांत डोरा का मंगलवार को निधन हो गया। वह 44 वर्ष के थे। उनके परिवार में उनका 12 वर्ष का बेटा आदि और पत्नी सौमी हैं।
लंबी दूरी की हवाई यात्रा के दौरान भी आपको हो सकता है कोरोना संक्रंमण
डोरा के बड़े भाई हेमंत के मुताबिक लगातार बुखार आने के बाद उन्हें हेमोफैगोसाइटिक लिम्फोहिस्टियोसाइटोसिस (एचएलएच) का पता चला था। ऑल इंडिया फुटबाॅल फेडरेशन के अध्यक्ष प्रफुल्ल पटेल ने डोरा के असामयिक निधन पर शोक व्यक्त किया है। पटेल ने अपने शोक संदेश में कहा, ”यह सुनकर दुख हुआ कि प्रशांत डोरा नहीं रहे। परिजनों के प्रति मेरी संवेदनाएं।” एआईएफएफ के महासचिव कुशल ने कहा, ”प्रशांत डोरा एक बहुत ही प्रतिभाशाली गोलकीपर थे, जिन्होंने अंतर्राष्ट्रीय और घरेलू स्तर पर ख्याति प्राप्त की। उनके परिवार के प्रति मेरी संवेदनाएं। हम उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करते हैं।”
लखनऊ : खत्म वीजा अवधि के साथ नाईजीरियन नागरिक गिरफ्तार
भारत और मोहन बागान फुटबॉल क्लब के लिए गोलकीपर के रूप में खेलने वाले डोरा का मंगलवार सुबह कोलकाता में निधन हो गया। डोरा ने वर्ष 1999 में काठमांडू में दक्षिण एशियाई महासंघ खेलों में नेपाल के खिलाफ अपना अंतर्राष्ट्रीय पदार्पण किया था, जहां भारत ने कांस्य पदक जीता था। उन्होंने चार आधिकारिक अंतर्राष्ट्रीय मैचों में भारत का प्रतिनिधित्व किया था, जबकि 2000 और 2001 में घरेलू स्तर पर संतोष ट्रॉफी में बंगाल का प्रतिनिधित्व किया था।