अफगानिस्तान के प्रथम उपराष्ट्रपति अमरुल्ला सालेह ने सोमवार को कहा कि वह आतंकवादी संगठन तालिबान के आगे कभी नहीं झुकेंगे और उसके राजधानी काबुल पर कब्जा करने के बावजूद वह देश में ही हैं।
श्री सालेह ने अपने ट्विटर पेज पर लिखा, “मैं अपनी जमीन पर हूं। लोगों के साथ। एक वजह और मकसद के लिए। नेकी में पक्के भरोसे के साथ। पाकिस्तान समर्थित दमन और क्रूर तानाशाही का विरोध करना हमारा कानूनी अधिकार है।”
गौरतलब है कि रविवार को तालिबान ने काबुल में प्रवेश किया, जिसके बाद राष्ट्रपति अशरफ गनी ने इस्तीफे की घोषणा की और देश छोड़ दिया। श्री गनी ने कहा कि उन्होंने हिंसा को रोकने के लिए यह निर्णय लिया क्योंकि आतंकवादी राजधानी पर हमला करने के लिए तैयार थे।
काबुल एयरपोर्ट पर फायरिंग के बाद मची भगदड़, कई लोग घायल
तालिबान के प्रवक्ता मोहम्मद नईम ने कहा कि संगठन ने देश में 20 साल से चल रही लड़ाई खत्म कर दी है।