लखनऊ। योगी सरकार की छवि पर उनके ही मातहत बट्टा लगाते दिख रहे हैं। यूपी में पशुधन घोटाले के बाद अब नमक घोटाले का खुलासा हुआ है। बता दें कि खाद्य एवं आपूर्ति विभाग में नमक की सप्लाई का ठेका दिलाने के नाम पर फर्जीवाड़ा हुआ है। इस मामले में पशुधन राज्यमंत्री जय प्रकाश निषाद तक शिकंजा कसता दिख रहा है। पुलिस को घोटाले में मंत्री की मिलीभगत पर संदेह है। जानकारी इकट्ठा करने के लिए पुलिस राज्यमंत्री से पूछताछ करने की योजना बना रही है।
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पुलिस राज्यमंत्री जय प्रकाश निषाद को पूछताछ के लिए नोटिस भेजने की तैयारी में है। इससे पहले पशुपालन विभाग में आटे की सप्लाई का 292 करोड़ रुपये का ठेका दिलाने के नाम पर हुए फर्जीवाड़े में भी मंत्री से पूछताछ हो चुकी है।
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इस मामले में एसीपी गोमतीनगर ने मंत्री से डेढ़ घंटे तक पूछताछ की थी। बताया जा रहा है कि दोनों घोटालों के मुख्य आरोपी आशीष राय का मंत्री के ऑफिस में आना-जाना था। पुलिस को संदेह है कि मंत्री के पास फर्जीवाड़े की जानकारी हो सकती है।
पशुपालन विभाग में आटे की सप्लाई के नाम पर ठगी हुई थी
इससे पहले यूपी में पशुधन घोटाला काफी चर्चा में रहा था। पशुपालन विभाग में आटे की सप्लाई के नाम पर ठगी हुई थी। इसमें मध्य प्रदेश के इंदौर निवासी एक व्यापारी मंजीत भाटिया ने एफआईआर दर्ज कराई थी। एफआईआर में कहा गया था कि पशुधन विभाग में ठेका दिलाने पर उससे 9 करोड़ 27 लाख रुपये की ठगी हुई थी। इस मामले की जांच के दौरान ही नमक घोटाले का मामला सामने आया था।बताया जा रहा है कि मंत्री जय प्रकाश निषाद की इससे मुश्किलें बढ़ सकती हैं। अभी तक जो बात सामने आ रही है उसमे कई अधिकारी भी नप सकते हैं। कहा जा रहा है कि यह घोटाला भी करोड़ों में हैं।