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ब्रह्मलीन राष्ट्रसंत अवैद्यनाथ की पुण्यतिथि पर सिविल सिद्धार्थ बार भवन में “सामाजिक समरसता हिंदुत्व का प्राण” संगोष्ठी आयोजित

सिद्धार्थनगर। जाति पाति से ऊपर उठकर सभी हिंदुओं को संगठित होना होगा। ऊंच नीच के भेदभाव को मिटाना भी होगा। बहुत हद तक यह समाप्त भी हुआ है, तभी देश और प्रदेश में हिंदुत्ववादी विचारधारा वाली सरकार बनी है। जो भी अभी कुछ जातिवाद , ऊंच नीच है उसके भेदभाव को मिटाकर एक दूसरे को गले लगाइए। प्रत्येक व्यक्ति हिंदू है। इस भावना से ओतप्रोत होकर कार्य करना होगा। ये बातें विश्व हिंदू महासंघ के प्रदेश मंत्री दिग्विजय सिंह राणा ने सामाजिक समरसता पर आयोजित संगोष्ठी सामाजिक समरसता हिंदुत्व का प्राण विषय पर विचार व्यक्त करते हुए कहीं। राष्ट्र संत ब्रह्मलीन अवैद्यनाथ जी महाराज जी की पुण्यतिथि पर आयोजित सामाजिक समरसता अवसर था।
इसी कार्यक्रम में सामाजिक संगठन के जिलाध्यक्ष अखंड प्रताप सिंह ने विचार व्यक्त करते हुये कहा कि आप लोग संगठित और एकत्रित होकर ही हिंदुत्व की रक्षा कर सकते हैं। पूज्य योगी आदित्यनाथ जी महाराज जी की हिंदुत्ववादी सरकार में सभी माँ और बेटियां सुरक्षित हैं।
संचालन करते हुए धर्माचार्य प्रकोष्ठ के प्रमुख कृपा शंकर त्रिपाठी जी ने कुशल संचालन किया। कार्यक्रम के अवसर पर संगठन का विस्तार किया गया जिसमें धर्माचार्य प्रकोष्ठ के प्रमुख कृपा शंकर त्रिपाठी को बनाया गया जबकि डॉ विनय कांत मिश्र को जिला प्रमुख प्रबुद्ध प्रकोष्ठ बनाया गया है। उप धर्माचार्य प्रमुख बृजेश त्रिपाठी को बनाया गया है। कार्यक्रम में जिला महामंत्री जीतेन्द्र बहादुर सिंह,मीडिया प्रभारी देवेश श्रीवास्तव वरिष्ठ जिला उपाध्यक्ष हरेन्द्र बहादुर सिंह, जिला उपाध्यक्ष गोपाल शुक्ला,जिला अध्यक्ष अधिवक्ता प्रकोष्ठ रामसूरत यादव, जिला मंत्री अनिल विश्वकर्मा, उपाध्यक्ष सत्य प्रकाश श्रीवास्तव, उपाध्यक्ष त्रियुगी चौहान, हरिहर पाठक, जय शंकर मिश्र, राम शंकर पांडेय, राम शंकर सिंह, राघवेंद्र प्रताप सिंह, रंगनाथ पांडेय, दिनेश तिवारी, हरिकांत पांडेय, बालगोविंद श्रीवास्तव, रामेंद्र मोहन मोहन मिश्र, उमेश मिश्र, विनोद उपाध्याय, अंगद गुप्ता, अजय कांत मिश्र, कृष्ण मिश्र, अंकित चौधरी, राम चन्द्र चौधरी, राजेश प्रजापति, विनोद शुक्ल सहित बड़ी संख्या में हिन्दू और अधिवक्ता समाज के लोग मौजूद रहे। इस अवसर पर उपस्थित समस्त जन समूह को पराक्रम पत्रिका भेंट की गई।

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