दक्षिण कोरिया की सिओल की एक अदालत ने दिग्गज कंपनी सैमसंग इलेक्ट्रॉनिक्स के वाइस चेयरमैन जे वाई ली को ढाई साल जेल की सजा सुनाई है। 52 साल के ली को 2017 में पूर्व राष्ट्रपति पार्क गियून-हाय की एक सहयोगी को रिश्वत देने का दोषी पाया गया था और 5 साल जेल की सजा सुनाई गई थी।
उन्होंने इन आरोपों से इनकार किया था। अपील पर एक साल बाद उन्हें रिहा कर दिया गया था। इसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने मामले को वापस सोल हाई कोर्ट में भेजा था जिसने सोमवार को अपना फैसला सुनाया।
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अदालत के फैसले का सैमसंग इलेक्ट्रॉनिक्स पर व्यापक असर होगा। ली कंपनी के अहम फैसले में हिस्सा नहीं ले पाएंगे। साथ ही वह कंपनी में उत्तराधिकार की प्रक्रिया पर भी नजर नहीं रख पाएंगे। ली के पिता का अक्टूबर में निधन हुआ था। दक्षिण कोरिया के कानून के मुताबिक केवल तीन साल या उससे कम की सजा सस्पेंड की जा सकती है। इससे लंबी सजा के लिए जेल जाना पड़ता है। ली पहले एक साल जेल में रह चुके हैं। इस अवधि को उनकी सजा में शामिल किया जा सकता है।
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इस फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी जा सकती है लेकिन कानूनी जानकारों का कहना है कि सुप्रीम कोर्ट इस पर एक बार फैसला दे चुका है, इसलिए अब ली के पास इसकी गुंजाइश नहीं बची है। दक्षिण कोरिया के सुप्रीम कोर्ट ने रिश्वत प्रकरण में पूर्व राष्ट्रपति पार्क गियून-हाय (Park Geun-hye) की 20 साल की सजा बरकरार रखी है।