सदियों से उपेक्षा का दंश झेलने वाले किन्नर तीर्थराज प्रयाग में पतित पावनी गंगा, श्यामल यमुना और अन्त: सलिला स्वरूप में प्रवाहित सरस्वती के संगम तट पर पर माघ मेला-2021 में कोरोना संक्रमण का खात्मा, सेना का आत्मबल बढ़ाने और नारी सुरक्षा की संकल्पना को साकार करने के लिए हवन पूजा आदि करेंगे।
किन्नर अखाड़ा प्रयागराज की महामंडलेश्वर कौशल्यानंद गिरि (टीना मां) ने सोमवार को यहां कहा कि वे माघ मास में कोरोना संक्रमण का खात्मा, सेना का आत्मबल बढ़ाने, नारी सुरक्षा की संकल्पना को साकार करने तथा विश्व में शांति के लिए माघ मास में अनुष्ठान करेंगे। उन्होंने कहा कि इसके लिए किन्नर अखाड़ा ने जिलाधिकारी और मेला अधिकारी से दो बीघे में शिविर लगाने के लिए जमीन एवं सुविधाओं की मांगी की है।
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टीना मां ने बताया कि यह किन्नरों का दुर्भाय है कि मेला प्रशासन उन्हें सबसे दूर एक किनारे स्थान उपलब्ध कराता है। उन्होंने नजदीक में गंगा के किनारे स्थान उपलब्ध कराने का मेला प्रशासन से अनुरोध किया है।
महामंडलेश्वर ने बताया कि संगम तीरे तंबुओं की आबाद होने वाली आध्यात्मिक नगरी में देश के विभिन्न प्रदेशों में प्रवास करने वाले किन्नर अलग-अलग तारीख में भजन पूजन करने प्रयागराज आएंगे। मेले में संत जन कल्याण के लिए जप-तप करेंगे। वहीं कल्पवासी जन्म जन्मांतर के पापों से मुक्ति के लिए भजन-पूजन करेंगे और किन्नर संन्यासी के स्वरूप में जनकल्याण के लिए भजन-पूजन करेंगे।