भारतीय महिला क्रिकेट टीम करीब सात साल बाद अपना पहला टेस्ट मैच खेली है। इंग्लैंड के ब्रिस्टल में खेले गए इस मैच में भारतीय बल्लेबाजों ने शानदार प्रदर्शन करते हुए मैच ड्रॉ करा दिया। इस मैच से भारत की कई खिलाड़ी टेस्ट में अपना डेब्यू करने उतरीं और सलामी बल्लेबाज शैफाली वर्मा भी उन्हीं में से एक हैं। शैफाली अपने डेब्यू मैच में ही पहली पारी में मात्र चार रन से शतक बनाने से चूक गईं जबकि दूसरी पारी में भी उन्होंने 63 रन की आक्रामक पारी खेली। शैफाली की बल्लेबाजी को देखकर भारतीय टीम के पूर्व बल्लेबाजी कोच संजय बांगर बेहद प्रभावित हुए हैं। संजय बांगर ने स्टार स्पोर्ट्स के क्रिकेट कनेक्टेड कार्यक्रम में बात करते हुए कहा, ‘उनका (शैफाली वर्मा) भविष्य उज्जवल हो सकता है और वह यहां से लंबा रास्ता तय कर सकती हैं। भले ही भारतीय टीम (महिला टीम) ने कम टेस्ट मैच खेले हैं, लेकिन उनके लिए यह एक शानदार मौका था और जिस तरह से उन्होंने अपना खेल दिखाया है, वह लाजवाब था। वह बिल्कुल निडर होकर खेलीं और सामने वाली टीम को बैकफुट पर ढकेल दिया। यह अदभुत है।’
शैफाली ने पहली पारी में 152 गेंदों पर 13 चौके और दो छक्के लगाए। उन्होंने दूसरी पारी में भी 83 गेंदों पर 11 चौके और एक छक्के की मदद से 63 रनों की पारी खेली। शैफाली की बल्लेबाजी को देखकर उनकी तुलना पूर्व भारतीय सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग से की जा रही है।
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बांगर ने कहा, ‘ आपने बताया कि कैसे वह सहवाग से मिलती जुलती हैं और अगर वह ऐसा करना जारी रखती हैं तो आपको अच्छा नहीं लगेगा। जब से सहवाग ने विदेशों में भारतीय टीम के लिए ओपनिंग शुरू की, तब से मैचों के परिणामों में बहुत बड़ा अंतर आने लगा था। यह शैफाली के खेलने के तरीके में भी आ सकता है। अगर वह इसी तरह से खेलना जारी रखती हैं, तो निश्चित रूप से वह विदेशों में भी भारतीय महिला टीम को कुछ शानदार और यादगार जीत दिला सकती है।’