नई दिल्ली| ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए टेस्ट टीम में केएल राहुल को चुने जाने पर पूर्व भारतीय क्रिकेटर संजय मांजरेकर ने अपनी नाराजगी जाहिर की है। सोमवार (26 अक्टूबर) को बीसीसीआई ने नवंबर के आखिरी सप्ताह से शुरू होने जा रहे आगामी अंतरराष्ट्रीय सीरीज के लिए टी20, टेस्ट और वनडे मैचों के लिए टीम का ऐलान कर दिया है। जहां तक लोकेश राहुल का सवाल है. वे इस वक्त अपने शानदार फॉर्म में चल रहे हैं।
इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2020 में किंग्स इलेवन पंजाब की कप्तानी कर रहे लोकेस फिलहाल ऑरेंज कैप की दौड़ में सबसे आगे हैं। इतना ही नहीं वे टूर्नामेंट में किसी टीम के खिलाफ सर्वाधिक निजी स्कोर बनाने वाले इकलौते कप्तान भी हैं। लोकेश ने यह रिकॉर्ड रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के खिलाफ दुबई इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में बनाया था, जहां उन्होंने 132 रनों की नाबाद पारी खेली थी।
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फिर भी, उनके आईपीएल खेलों को ध्यान में रखते हुए टेस्ट टीम में उनका चुना जाना संजय मांजरेकर को रास नहीं आया। राहुल ने अपना आखिरी टेस्ट मैच जमैका के किंग्स्टन में वेस्टइंडीज के खिलाफ अगस्त 2019 में खेला था। अब तक खेले गए 36 मैचों में उनका औसत सिर्फ 34.58 का है, जो यह दिखाता है कि क्रिकेट के इस लंबे फॉर्मेट में वे अपने बल्ले से कुछ खास नहीं कर सके हैं। 2014 में डेब्यू करने वाले राहुल के नाम पांच शतक और 11 अर्धशतक हैं।
मांजरेकर ने कहा कि राहुल को टीम में लेने का मतलब है कि आप (बीसीसीआई) रणजी ट्रॉफी के क्रिकेटरों को हतोत्साहित कर रहे हैं, जो राष्ट्रीय टीम में जगह बनाने के लिए कड़ी मेहनत करते हैं। इसके साथ ही उन्होंने अपने इस बयान के समर्थन में राहुल के पिछले पांच टेस्ट सीरीज के आंकड़ों को भी सामने रखा।
उन्होंने ट्विटर पर लिखा, “आईपीएल में प्रदर्शन के आधार पर किसी खिलाड़ी को टेस्ट टीम में शामिल करके आपने एक खराब उदाहरण पेश किया है। खासकर अगर खिलाड़ी अपने पिछले कुछ टेस्ट मैचों में असफल रहा हो। यदि खिलाड़ी का सफल या असफल होना मायने नहीं रखता है, तो इस तरह के चयन से रणजी खिलाड़ियों में बड़े पैमाने पर निराशा होगी।”