लखनऊ। लैब टेक्नीशियन संजीत यादव अपरहण और हत्याकांड मामले में पीड़ित परिवार शुक्रवार दोपहर पूर्व मुख्यमंत्री और सपा के रााष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव से मुलाकात की। इस दौरान राजेंद्र चौधरी, प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल भी मौजूद रहे।
बता दें कि इससे पहले बीते गुरुवार को लखनऊ जा रहे संजीत के परिजनों को कानपुर पुलिस ने रामादेवी फ्लाईओवर पर रोक लिया। इसके बाद उन्हें समझा-बुझाकर वापस लौटा दिया था।
लैब टेक्नीशियन संजीत यादव का 22 जून को अपहरण हुआ था। 29 जून को उनके परिजानों के पास 30 लाख की फिरौती के लिए फोन आया। परिजनों का आरोप है कि उन्होंने पुलिस की मौजूदगी में 30 लाख रुपए फिरौती अपहरणकर्ताओं को दे दी थी। लेकिन पुलिस न तो अपहरणकर्ताओं को पकड़ पाई, न ही संजीत यादव को बरामद कर सकी और पैसे भी चले गए।
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पुलिस ने 21 जुलाई को सर्विलांस की मदद से संजीत के दो दोस्तों को पकड़ा गया। उन्होंने पुलिस को पूछताछ में बताया कि उन लोगों ने 26 जुलाई को संजीत की हत्या कर उसका शव को पांडु नदी में फेंक दिया था। पुलिस ने पांडु नदी में कई बार सर्च ऑपरेशन चलाया, लेकिन संजीत का शव नहीं मिला। परिजनों की मांग पर योगी सरकार ने इस मामले की जांच सीबीआई को सौंपने की हामी भरी थी।
लेकिन सीबीआई जांच अभी तक शुरू नहीं हो सकी है, न ही पुलिस संजीत का शव बरामद कर सकी है। पीड़ित परिवार इसी बात को लेकर आक्रोशित है। पीड़ित परिवार की मांग है कि संजीत की बहन को सरकारी नौकरी मिले और इस मामले की जांच जल्द से जल्द सीबीआई से शुरू कराई जाए। इसी मांग को लेकर पीड़ित परिजन पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से मिलने लखनऊ आए हैं।