हरिद्वार। उत्तराखंड की राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने गुरूवार को श्री श्रीचन्द्राचार्य चौक हरिद्वार में उदासीनाचार्य जगद्गुरू श्रीचन्द्र की प्रतिमा का अनावरण किया। साथ ही भगवान श्रीचन्द्र के नाम पर स्थापित श्री चन्द्राचार्य चौक के जीर्णाद्धार एवं सौन्दर्यीकरण के कार्यों का लोकार्पण भी किया।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुये श्रीमती मौर्य ने कहा कि उदासीनाचार्य श्रीचन्द्र जी महान विचारक, योगी एवं तपस्वी थे। उन्होंने अपने समय में व्याप्त सामाजिक विषमताओं को दूर करने के लिये भी कार्य किया। उन्होंने कहा कि आचार्य श्रीचन्द्र जी ने सदैव राष्ट्र निर्माण तथा मानवता की एकता के लिये कार्य किया।
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राज्यपाल ने कहा कि भारतीय संस्कृति प्रेम, भाईचारे एवं सामाजिक सौहार्द की संस्कृति है। हमें सभी प्रकार के सामाजिक भेदभावों को समाप्त करके एकजुट होना होगा। उन्होंने कहा कि हमारे महान संतों ने जनता को सही मार्ग दिखाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी है। उन्होंने अपने जीवन तप, उपदेशों एवं शिक्षाओं के माध्यम से लोगों को अच्छे कार्य करने के लिये प्रेरित किया है। राष्ट्र सदैव सन्त समाज का ऋणी रहेगा।
योग गुरु स्वामी रामदेव ने कहा कि उदासीनाचार्य श्रीचन्द्र जी महान योगी एवं तपस्वी थे। उनमें भक्ति, ज्ञान तथा योग का अद्भुत समन्वय था। उन्होंने सामाजिक विषमताओं को समाप्त करने का आह्वान किया।
कार्यक्रम के पश्चात राज्यपाल ने श्री पंचायती अखाड़ा बड़ा उदासीन निर्वाण, राजघाट कनखल में पूजा-अर्चना की तथा प्रदेश की सुख, समृद्धि एवं खुशहाली की कामना की। इस अवसर पर, कुम्भ मेलाधिकारी दीपक रावत, आईजी मेला संजय गुंज्याल, जिलाधिकारी सी. रविशंकर, एसएसपी हरिद्वार सेंथिल अबुदई, पंतजलि योगपीठ से स्वामी रामदेव व आचार्य बालकृष्ण, साधु-सन्त एवं अन्य गणमान्य उपस्थित थे।