हिंदू धर्म में एकादशी तिथि का विशेष महत्व है और इस दिन पूरे विधि-विधान के साथ भगवान विष्णु की पूजा की जाती है और व्रत रखा जाता है। हिंदू पंचांग के मुताबिक, हर साल पौष माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि पर सफला एकादशी (Saphala Ekadashi) का व्रत रखा जाता है। इस साल सफला एकादशी (Saphala Ekadashi) व्रत 07 जनवरी 2024 को रखा जाएगा।
मृत्युलोक में स्वर्ग सुख की प्राप्ति
पौराणिक मान्यता है कि सफला एकादशी (Saphala Ekadashi) व्रत यदि विधि-विधान के साथ किया जाता है तो जातक को मृत्यु लोक में स्वर्ग के समान सुखों की प्राप्ति होती है। सफला एकादशी पर भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की उपासना करना चाहिए। पंडित आशीष शर्मा के मुताबिक, सफला एकादशी पर इस बार अभिजीत मुहूर्त के साथ-साथ कई अन्य शुभ संयोग भी बन रहे हैं। इस मुहूर्त में भगवान विष्णु की पूजा करने से शुभ फल की प्राप्ति होती है।
सफला एकादशी (Saphala Ekadashi) पर पंचांग
ब्रह्म मुहूर्त – सुबह 05.26 बजे से 06.21 बजे तक
विजय मुहूर्त – दोपहर 02.11 बजे से 02.53 बजे तक
गोधूलि मुहूर्त – शाम 05.37 बजे से 06.04 बजे तक
निशिता मुहूर्त – रात्रि 12 बजे से 12.54 बजे तक
अशुभ समय
राहुकाल – शाम 04.21 बजे से 05.39 बजे तक
गुलिक काल – दोपहर 03.03 बजे से 04.21 बजे तक
सफला एकादशी (Saphala Ekadashi) पर शुभ संयोग
सफला एकादशी (Saphala Ekadashi) तिथि पर सबसे पहले बब करण निर्माण हो रहा है। बव करण योग दोपहर 12.50 मिनट बजे तक रहेगा। इसके बाद बालव करण योग निर्मित होगा, जो दोपहर 12.50 मिनट से शुरू होकर देर रात 12.46 बजे तक रहेगा। इसके अलावा सफला एकादशी (Saphala Ekadashi) पर अभिजीत मुहूर्त 12.06 बजे से लेकर 12.48 बजे तक होगा। इस दिन गोधूलि बेला का समय शाम 5.37 मिनट से 06.04 मिनट तक रहेगा। सफला एकादशी (Saphala Ekadashi) पर अमृत काल 01.04 मिनट से 04.43 मिनट तक है।