भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के सतपुड़ा भवन (Satpura Building) में लगी आग को करीब 14 घंटे चले रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद बुझा लिया गया। आग बुझाने के बाद सेना और फायर ब्रिगेड की टीम भवन के अंदर जाकर स्थित का जायजा लेना चाह रही थी, लेकिन पुलिस कमिश्नर ने सुरक्षा को देखते हुए अनुमति नहीं दी। कलेक्टर आशीष सिंह ने बताया कि आग पर अब काबू पा लिया गया है। कहीं पर भी लपटें नहीं दिख रही हैं। सीआईएसएफ, सेना सहित सभी एजेंसियों ने आग बुझाने में मदद की।
पुलिस कमिश्नर ने कहा कि प्रारंभिक जांच में आग लगने का कारण शॉर्ट सर्किट बताया जा रहा है, लेकिन इसकी जांच के लिए विशेषज्ञ की टीम गठित की गई है। जो जल्द रिपोर्ट देगी। देर रात मौके पर सतपुड़ा भवन पहुंचे स्वास्थ्य मंत्री प्रभु राम चौधरी ने कहा कि इस हादसे की जांच होगी।
बता दें कि भोपाल के सतपुड़ा भवन (Satpura Building) में बीते सोमवार की शाम करीब चार बजे आग लग गई थी। ये आग भवन के थर्ड फ्लोर में संचालित आदिम जाति कल्याण विभाग के ऑफिस में संभवता एसी के शॉर्ट सर्किट से लगी, जो कि कुछ ही देर में सतपुड़ा भवन में ही संचालित स्वास्थ्य विभाग के चौथे, पांचवें और छठे फ्लोर तक पहुंच गई। अच्छी बात ये रही कि विभाग में स्तिथ समस्त अधिकारी, कर्मचारियों को तत्काल सकुशल बाहर निकाल लिया गया, जिस कारण कोई भी जनहानि नहीं हुई।
क्या-क्या बर्बाद हुआ
इस भवन के चौथे फ्लोर पर ही हेल्थ कमिश्नर का ऑफिस है। वहां पर रखे सारे दस्तावेज आग से जलकर राख हो गए। दूसरे फ्लोर पर आयुष विभाग है। वहां पर भी आग से सब कुछ जलकर राख हो गया। तीसरे फ्लोर पर आदिवासी विभाग है, जिसमें कुछ अहम दस्तावेज रखे थे, जो जल गए।
सरकार की ओर से प्राप्त जानकारी के अनुसार, आग फैलने से संचालनालय स्वास्थ्य सेवाएं की स्थापना शाखा, नर्सिंग शाखा, शिकायत शाखा, लेखा शाखा, आयोग शाखा एवं विधानसभा प्रश्न इन सभी को नुकसान पहुंचा है। हॉस्पिटल प्रशासन शाखा जो कि सतपुड़ा के दूसरे फ्लोर पर संचालित है, आग हादसे से वहां भी नुकसान पहुंचा है।
सतपुड़ा भवन में लगी भीषण आग, कई गोपनीय दस्तावेज जलकर खाक
अस्पताल के लिए उपकरण, फर्नीचर खरीदी संबंधी फाइल दूसरे तल पर होने से आग से प्रभावित हुईं। मौके पर घटनास्थल पहुंचे एसीएस होम राजेश राजौरा ने कहा कि अभी मैं सिर्फ हालात का जायजा लेने आया हूं। जांच होने के बाद ही सही कारण सामने आएंगे।