संसाधनों की बात करें तो कच्चा तेल, पेट्रोल, डीज़ल, रसोई गैस (Gas) , जैसी चीज़ों का इस्तेमाल सही तरीके से करना चाहिए। पर हम इन संसाधनों का प्रयोग बिना सोचे-समझे कर रहें हैं। ये सोच ही नहीं रहें हैं कि इनकी बर्बादी हमें कितनी मंहगी पड़ रही है और आने वाली पीढ़ी के लिए भी ये कितनी मंहगी पड़ेगी। रसोई गैस के बिना किसी भी रसोई में काम नहीं चलता है और बढती महंगाई के साथ गैस सिलेंडर के दाम दिन-ब-दिन बढते ही जा रहे हैं, ऐसे में कुछ आसान तरीके इस्तेमाल कर हम गैस बचा सकते हैं आईये जानते हैं। इन तरीकों को अपनाकर आप भी अपना समय, पैसे और संसाधन बचाएं।
* खाना पकाते समय अगर हो सके तो कड़ाही या पैन की जगह प्रेशर कुकर का इस्तेमाल करना चाहिये क्योकि प्रेशर कुकर में जल्दी खाना पक जाता है और गैस की भी बचत होती है।
* खाना पकाने के लिए मैटल के बने बर्तन खासतौर पर स्टेनलैस स्टील के बर्तन ही काम में लें। हमारे देश में बहुत से लोग मिट्टी के तवे और अन्य बर्तन काम में लेते हैं। ध्यान रहे, धातु के बर्तन उष्मा के बेहतरीन परिचालक होते हैं, मिट्टी के नहीं। सामान्य भाषा में मिट्टी के बर्तन ज्यादा गैस खपत करते हैं जबकि धातु के बर्तन गैस की बचत करते हैं।
* ज्यादा चौड़े पैंदे वाले बर्तन गैस की बचत करते हैं। चौड़े पैंदे वाले बर्तनों से बर्तन का सतही क्षेत्र बढ़ जाता है इससे खाना पकाने में समय कम लगता है। साथ ही चौड़े बर्तन गैस की लौ को पूरी तरह कवर कर लेते हैं और गैस का अधिकतम इस्तेमाल होता है। इससे गैस की बचत होती है। साथ ही अगर आप ऐसे बर्तनों को ढक कर रखते हैं, तो और गैस बचाई जा सकती है।
* खाना पकाते समय दाल या सब्जी में जितने पानी की जरुरत हो उतना ही डाले ज्यादा पानी जलाने में भी गैस बहुत खर्च होती है
* अगर दाल,चना,राजमा आदि की सब्ज़ियां या ऐसा ही कोई व्यंजन बनाने जा रहे हैं तो पहले इन्हें पानी में भिगोएं। इससे इन सब्ज़ियों को बनाने में समय भी कम लगेगा और गैस की खपत भी कम होगी।
* हमें पदार्थों को सामान्य तापमान पर होने पर ही पकाना चाहिए। इसका मतलब यह है कि फ्रिज में रखे हुए पदार्थों या बाज़ार से लाए हुए बेहद ठंडे पदार्थों का तापमान पहले सामान्य हो जाने का इंतज़ार करें। और फिर ही इन्हें पकाएं। क्योंकि ऐसे पदार्थों को सीधे गैस पर रखने से अतिरिक्त गैस खर्च होती है ताकि उन्हें सामान्य तापमान पर लाया जा सके।
* खाना पकाने से पहले ही सब्ज़ियों को काटकर और आटा, मसाले आदि को तैयार कर रखें। पहले ही सब तैयारी कर लेने से खाना पकाते समय गैस की बचत होती है और आप सीधे गैस का अधिकतम प्रयोग कर पाएंगे।
* ध्यान रखें, बर्तन या तवे को गर्म करते समय ही गैस को फुल मोड पर रखें। जैसे ही बर्तन या तवा गर्म हो जाए, गैस को मिडियम अथवा स्लो मोड पर कर दें। गौरतलब है कि बर्तन को गर्म करने में जितनी उष्मा चाहिए होती है उतनी खाना पकाने में नहीं चाहिए होती है।
* गैस पर रखने से पहले धोए हुए बर्तनों को सुखा लें। इससे बर्तन सुखाने के लिए जो गैस बेकार ही जाया होती है वह बच जाएगी। खाने में ज्यादा पानी का इस्तेमाल नहीं करें। पानी की मात्रा ज्यादा होने से अतिरिक्त पानी के वाष्पीकरण में ज्यादा गैस लगती है। इसे आप सही मात्रा में पानी डालकर बचा सकते हैं।