• About us
  • Privacy Policy
  • Disclaimer
  • Terms & Conditions
  • Contact
24 Ghante Latest Hindi News
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
No Result
View All Result

गुप्त नवरात्रि का दूसरा दिन, आज करें तारा देवी की पूजा, पढ़े कथा

Writer D by Writer D
12/07/2021
in Main Slider, ख़ास खबर, धर्म, फैशन/शैली
0
gupt navratri

gupt navratri

14
SHARES
176
VIEWS
Share on FacebookShare on TwitterShare on Whatsapp

गुप्त नवरात्रि का आज दूसरा दिन है। आज महाविद्या तारा देवी की पूजा अर्चना की जाएगी। तारा देवी को मां काली का स्वरुप बताया गया है।

पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, तारा देवी श्मशान की देवी हैं। तारा देवी नर-मुंड की माला पहनती हैं और इन्हें तंत्र शास्त्र की देवी माना गया है। इनकी पूजा से सारे कष्ट मिट जाते हैं। तारा देवी के 3 रूप हैं- उग्र तारा, एकजटा और नील सरस्व। आइए जानते हैं तारा देवी की कथा….

तारा देवी की कथा:

पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, देवी तारा की उत्पत्ति मेरु पर्वत के पश्चिम भाग में, चोलना नदी के तट पर हुई। हयग्रीव नाम के दैत्य के वध हेतु देवी महा-काली ने ही, नील वर्ण धारण किया था।

सर्वप्रथम स्वर्ग-लोक के रत्नद्वीप में वैदिक कल्पोक्त तथ्यों तथा वाक्यों को देवी काली के मुख से सुनकर, शिव जी अपनी पत्नी पर बहुत प्रसन्न हुए। शिव जी ने महाकाली से पूछा, आदि काल में अपने भयंकर मुख वाले रावण का विनाश किया, तब आश्चर्य से युक्त आप का वह स्वरूप ‘तारा’ नाम से विख्यात हुआ। उस समय, समस्त देवताओं ने आप की स्तुति की थी तथा आप अपने हाथों में खड़ग, नर मुंड, वार तथा अभय मुद्रा धारण की हुई थी, मुख से चंचल जिह्वा बहार कर आप भयंकर रुपवाली प्रतीत हो रही थी। आप का वह विकराल रूप देख सभी देवता भय से आतुर हो कांप रहे थे, आपके विकराल भयंकर रुद्र रूप को देखकर, उन्हें शांत करने के निमित्त ब्रह्मा जी आप के पास गए थे।

कोरोना काल में निकली भगवान जगन्नाथ की यात्रा, मंगला आरती में शामिल हुए शाह

समस्त देवताओं को ब्रह्मा जी के साथ देखकर देवी, लज्जित हो आप खड़ग से लज्जा निवारण की चेष्टा करने लगी। रावण वध के समय आप अपने रुद्र रूप के कारण नग्न हो गई थी तथा स्वयं ब्रह्मा जी ने आपकी लज्जा निवारण हेतु, आपको व्याघ्र चर्म प्रदान किया था। इसी रूप में देवी ‘लम्बोदरी’ के नाम से विख्यात हुई। तारा-रहस्य तंत्र के अनुसार, भगवान राम केवल निमित्त मात्र ही थे, वास्तव में भगवान राम की विध्वंसक शक्ति देवी तारा ही थी, जिन्होंने लंका पति रावण का वध किया।

Tags: gupt navratri 2021gupt navratri kathagupt navratri pujagupt navratri shubh muhurttara devi puja
Previous Post

इतिहास: आज ही के दिन मशहूर पहलवान दारा सिंह का हुआ था निधन

Next Post

मैक्रोनी खाने से पिता-पुत्र की मौत, दो बच्चों समेत मां की हालत गंभीर

Writer D

Writer D

Related Posts

Father's Day
फैशन/शैली

आई लव यू डैडी से पापा कहते तक, ये गाने फादर्स डे को बनाते है और भी यादगार

15/06/2025
father's Day
फैशन/शैली

‘जो मजा पापा के कंधों पर झूलने में आता था…’, हार्ट टचिंग शायरियों के साथ पापा को विश करें फादर्स डे

15/06/2025
Pizza Paratha
खाना-खजाना

सबका दिल खुश कर देती है यह डिश, परोसते ही हो जाती फिनिश

15/06/2025
Make jam from watermelon peel
Main Slider

तरबूज के छिलके से बनाएं स्वादिष्ट रेसिपी, बच्चों के साथ बड़ों को भी आएगा पसंद

15/06/2025
Mango Pista Kulfi
Main Slider

खाने के बाद करें इस डिश को सर्व, सबपर चलेगा इसके जायका का जादू

15/06/2025
Next Post
macaroni

मैक्रोनी खाने से पिता-पुत्र की मौत, दो बच्चों समेत मां की हालत गंभीर

यह भी पढ़ें

Twitter's blue bird got a new owner

भारत में ट्विटर के दो दफ्तरों पर लगा ताला, घर से काम करेंगे कर्मचारी

17/02/2023
Akhilesh Yadav

Budget 2024: अखिलेश यादव का केंद्र सरकार पर तंज, कहा- UP को भूल गए

23/07/2024
Morpankh

जन्माष्टमी पर इस दिशा में लगाएं मोर पंख, घर में कभी नहीं रहेगी अशांति

07/09/2023
Facebook Twitter Youtube

© 2022 24घंटेऑनलाइन

  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म

© 2022 24घंटेऑनलाइन

Go to mobile version