ग्रेटर नोएडा के श्री राधा स्काई गार्डन सोसाइटी में रहने वाले कब अपने ही घरों में बंद कर दिए जाएं, 800 परिवारों को यह डर हमेशा सताता है। कुछ दिन पहले भी सोसाइटी के तीनों ही गेट पर ताला डालकर आवागमन रोक दिया गया था। सोसाइटी में रहने वालों के मुताबिक सिक्योरिटी गार्ड महीने में एक बार तो हम लोगों को बंद कर ही देते हैं। जिसकी वजह वक्त से उन्हें वेतन न मिलना है। इतना ही नहीं हाउस कीपिंग स्टाफ भी वेतन न मिलने के चलते कभी भी हड़ताल पर जा सकता है। जबकि रेजिडेंट की ओर से सोसाइटी मेंटीनेंस की फीस एडवांस की शक्ल में बिल्डर के पास पहले ही पहुंच चुकी है।
सोसाइटी में रहने वाले गौरव पटेल ने बताया कि वेतन की मांग को लेकर सिक्योरिटी गार्ड ने सोसाइटी के तीनों ही गेट पर ताला डाल दिया। लोगों का आना-जाना बंद कर दिया. घंटों तक सोसाइटी के लोग जरूरी काम से बाहर नहीं जा सके। वहीं बाहर से अपने घरों को आने वाले भी बाहर ही रह गए।
रेजिडेंट के कहने पर सिक्योरिटी गार्ड ने गेट का ताला तो खोल दिया, लेकिन डयूटी करने से मना कर दिया। जिस पर सुरक्षा के चलते पुलिस को सूचना दी गई तो उन्होंने सिक्योरिटी गार्ड को मनाकर डयूटी पर वापस बुलाया। 20 दिन में वेतन न मिलने पर गार्ड्स ने दोबारा से गेट बंद करने की चेतावनी दी है।
जिम कॉर्बेट का नाम होगा रामगंगा नेशनल पार्क, केंद्रीय मंत्री ने दिए निर्देश
सोसाइटी के निवासी मुकेश झा और विशाल आनंद ने बताया कि सोसायटी के निवासियों को भारी परेशानी और दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। जिससे सोसाइटी के 800 से ज्यादा परिवार अपने आप को ठगा हुआ और बंधक बनाने जैसा महसूस कर रहे हैं। लाखों रुपयों के बिजली बिल का भी भुगतान समय पर ना होने की वजह से हर माह एनपीसीएल वाले फ्यूज निकाल ले जाते हैं, जिस वजह से दिन भर जेनरेटर बैकअप से बिजली दी जाती है जोकि नॉर्मल पावर सप्लाई से कहीं ज्यादा महंगा होता है।
मृगांक कुमार का कहना है कि सोसाइटी में आज तक क्लब, स्विमिंग पूल और जिम भी हैंडओवर नहीं किया गया है जबकि सोसाइटी में शिफ्ट हुए 4 साल हो चुके हैं। जबकि मूलभूत सुविधाओं की लिए हम लाखो रूपए का पेमेंट सालो पहले ही बिल्डर को कर चुके हैं। वहीं समीर कपूर ने बताया कि पिछले 3 महीने से करीब 8 टावर की लिफ्ट्स खराब पड़ी हैं। लिफ्ट कंपनी का लाखों रुपये का भुगतान ना होने की वजह से पिछले 3 महीने से सही नहीं की गई है। सिर्फ एक लिफ्ट का इस्तेमाल होने से उसके भी खराब होने का खतरा बना रहता है।