सिद्धार्थनगर। मानव सेवा संस्थान सेवा गोरखपुर, सिद्धार्थ भारतीय ग्रामीण विकास संस्थान सिद्धार्थनगर, एएचटीयू थाना सिद्धार्थनगर एवं महिला थाना सिद्धार्थनगर द्वारा महिला थाना परिसर में अंतरराष्ट्रीय मानव तस्करी रोकथाम दिवस पर एक संयुक्त गोष्ठी का आयोजन किया गया।
गोष्ठी को संबोधित करते महिला थाना की थानाध्यक्ष ने कहा कि ‘इस गोष्ठी का मुख्य उद्देश्य मानव तस्करी के गंभीर परिणामों के बारे में जनमानस को जागरूक करना और इस जघन्य अपराध को समाप्त करने के लिए सामूहिक प्रयासों को बढ़ावा देना है। गोष्ठी को संबोधित करते हुए एएचटीयू के उप निरीक्षक सुनील कुमार सिंह ने मानव तस्करी को आधुनिक युग की सबसे बड़ी बुराइयों में से एक बताया। उन्होंने कहा, “यह सिर्फ एक अपराध नहीं, बल्कि मानवता के खिलाफ एक अपराध है, जो अनगिनत जिंदगियों को तबाह कर देता है। हमें मिलकर इस समस्या से लड़ना होगा और पीड़ितों को न्याय दिलाना होगा।”
गोष्ठी को संबोधित करते हुए भारतीय ग्रामीण विकास संस्थान के उमेश चन्द्र ने मानव तस्करी के विभिन्न रूपों, जैसे यौन शोषण, जबरन श्रम, अंग व्यापार और बाल तस्करी पर विस्तार से प्रकाश डाला। बाल कल्याण समिति की अध्यक्ष अपर्णा श्रीवास्तव ने बताया कि कैसे अपराधी गिरोह भोले-भाले लोगों, खासकर महिलाओं और बच्चों को नौकरी या बेहतर जीवन का लालच देकर फंसाते हैं। उन्होने मानव तस्करी के कानूनी पहलुओं और पीड़ितों के अधिकारों पर जानकारी दी। मानव सेवा संस्थान सेवा के क्लस्टर हेड बृजलाल यादव ने बताया कि भारत सरकार और अंतर्राष्ट्रीय एजेंसियां इस समस्या से निपटने के लिए कई कानून और नीतियां लागू कर रही हैं, लेकिन जमीनी स्तर पर जागरूकता और सहयोग की कमी अक्सर इन प्रयासों को कमजोर कर देती है। इस गोष्ठी में सीडब्ल्यूसी की सदस्य प्रकाशिनि श्रीवास्तव, सेवा से कलस्टर हेड प्रमोद चौधरी, महिला थाना की उपनिरीक्षक मीरा वर्मा, महिला मुख्य आरक्षी मुख्य आरक्षी सविता सिंह, सत्य त्रिपाठी, एएचटीयू से महिला मुख्य आरक्षी प्रिय तिवारी, महिला आरक्षी इसरावती, ममता, आरक्षी अशुतोष सिंह, समरजीत चौरसिया, महिला आरक्षी नेहा सिंह, शिवानी सिंह, रीना, प्रियन्दबा सिंह, हसीना खातून, संगीता, रागिनी सिंह, चंद्रकला मौर्या, सुमन चौहान, अंशू वर्मा, प्रतिचि शुक्ला, लक्ष्मी विभा, मंजू देवी, रेखा जायसवाल, आरक्षी पंकज उपाध्याय, आदि लोग शामिल रहे।
मानव तस्करी को समाप्त करने के लिए करना होगा सामूहिक प्रयास
