उत्तर प्रदेश के आगरा के खेरागढ़ क्षेत्र में थाना सैंया के सिपाही सोनू चौधरी की ट्रैक्टर चढ़ाकर हत्या के मामले में फरार 50 हजार के इनामी रवि उर्फ रविंद्र को बुधवार को एसटीएफ आगरा यूनिट ने जयपुर (राजस्थान) से गिरफ्तार कर लिया। गुरुवार को उसे जेल भेज दिया। वह पुलिस से बचने के लिए नाम बदलकर किराये के मकान में रह रहा था। पुलिस इस केस से जुड़े 12 आरोपियों को अब तक जेल भेज चुकी है।
एसपीआरए सत्यजीत गुप्ता ने बताया कि आठ नवंबर 2020 की सुबह खेरागढ़ थाना क्षेत्र में थाना सैंया की पुलिस अवैध खनन कर बालू ला रहे ट्रैक्टरों को रोकने पहुंची थी। सिपाही सोनू चौधरी ने एक ट्रैक्टर ट्रॉली को रोकने का प्रयास किया था। मगर, चालक ने ट्रैक्टर चढ़ाकर सोनू की हत्या कर दी थी।
इसके बाद फायरिंग करते हुए फरार हो गए थे। इस घटना में राजस्थान के धौलपुर के खनन माफिया के कई गुर्गे शामिल थे। पुलिस ने एक-एक करके 11 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा था। कुछ दिन पहले गब्बर पकड़ा गया था। वहीं 12वां आरोपी धौलपुर के थाना कौलारी स्थित गांव खरगपुर निवासी रवि उर्फ रविंद्र फरार चल रहा था। उस पर 50 हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया था।
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सीओ खेरागढ़ के नेतृत्व में पुलिस टीम और एसटीएफ आगरा यूनिट आरोपी रवि की तलाश में लगी थी। एसटीएफ ने बुधवार को रवि को जयपुर के महेश नगर स्थित अंडरपास के पास घेराबंदी करके उसे गिरफ्तार कर लिया। रवि पर चार मुकदमे दर्ज हैं। इनमें एक मुकदमा हत्या और तीन जानलेवा हमले के हैं। वह किराये के मकान में पहचान छिपाकर रह रहा था। सिपाही हत्याकांड के आरोपियों के खिलाफ अब गैंगस्टर एक्ट की कार्रवाई की जाएगी।