• About us
  • Privacy Policy
  • Disclaimer
  • Terms & Conditions
  • Contact
24 Ghante Latest Hindi News
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
No Result
View All Result

सीरम इंस्टीट्यूट की कोविशील्ड वैक्सीन को भारत में इमरजेंसी यूज की मिली अनुमति

Desk by Desk
01/01/2021
in Main Slider, अंतर्राष्ट्रीय, ख़ास खबर
0
कोविशील्ड Covishield

कोविशील्ड

14
SHARES
176
VIEWS
Share on FacebookShare on TwitterShare on Whatsapp

नई दिल्ली। दुनिया की सबसे बड़ी वैक्सीन उत्पादक कंपनी सीरम इंस्टीट्यूट की वैक्सीन कोविशील्ड को भारत में इमरजेंसी यूज की अनुमति दे दी है। यह फैसला ड्रग कंट्रोलर ऑफ इंडिया द्वारा बनाए गए विशेष पैनल ने शुक्रवार को लिया है। ब्रिटेन में इस वैक्सीन को इमरजेंसी यूज की अनुमति मिलने के बाद माना जा रहा था कि भारत में भी इसकी अनुमति दी जा सकती है। सीरम इंस्टिट्यूट ऑक्सफोर्ड की वैक्सीन में पार्टनर है और देश में इस वैक्सीन को कोविशील्ड के नाम से बेचेगी।

श्रीनगर मुठभेड़ में मारे गये तीनों युवकों के आतंकियों थे से संबंध : पुलिस

बता दें कि ब्रिटेन दुनिया का पहला देश है जिसने ऑक्सफोर्ड-एस्ट्रेजेनेका वैक्सीन के इमरजेंसी यूज की अनुमति दे दी है। भारत में सीरम इंस्टीट्यूट पहले ही इस वैक्सीन के 5 करोड़ डोज तैयार कर चुकी है। भारत में इस वैक्सीन का नाम कोविशील्ड रखा गया है।

कम तापमान पर रखना है सबसे बड़ी खूबी

भारत के लिए कोविशील्ड वैक्सीन के ज्यादा मुफीद होने के कई कारण हैं। पहला तो ये कि Pfizer की वैक्सीन को -70 डिग्री सेल्सियस तापमान पर फ्रीज करके रखना है जिसके लिए फ्रीजर की व्यवस्था करना भारत के लिए बड़ी चुनौती होगी। वहीं मॉडर्ना की वैक्सीन के लिए भी डीप फ्रीजर की आवश्यकता होगी, लेकिन ऑक्सफोर्ड की वैक्सीन को सामान्य फ्रीज में रखा जा सकता है।

भारत में कोरोना के नए स्ट्रेन से संक्रमितों संख्या 29 पहुंची

बड़े स्तर पर वैक्सीन की आपूर्ति आसानी से हो सकेगी

दूसरा सकारात्मक पहलू ये है कि भारत जैसे बड़े देश में टीकाकरण के लिए बहुत बड़े स्तर पर प्रोडक्शन की आवश्यकता होगी। दुनिया के सबसे बड़े वैक्सीन उत्पादक के रूप में सीरम इंस्टिट्यूट इसमें बेहद मददगार साबित हो सकता है। कंपनी का कहना है कि वह मार्च महीने तक तकरीबन दस करोड़ डोज तैयार कर लेगी। गौरतलब है कि भारत में कोरोना के पहले फेज के वैक्सीनेशन में तकरीबन 30 करोड़ लोगों का टीकाकरण किया जाना है।

अपेक्षाकृत कम होगी कीमत

सीरम इंस्टिट्यूट के सीईओ अदार पूनावाला ये भी साफ कर चुके हैं कि वर्तमान में बने तकरीबन सभी डोज भारत के लिए ही इस्तेमाल किए जाएंगे। वहीं इस वैक्सीन की तीसरी खासियत पैसे भी हैं। नवंबर में एक इंटरव्यू में पूनावाला कह चुके हैं कि वैक्सीन के दोनों डोज की कीमत एक हजार रुपए से कम रखी जाएगी।

Tags: vaccineकोविशील्डकोविशील्ड वैक्सीन
Previous Post

श्रीनगर मुठभेड़ में मारे गये तीनों युवकों के आतंकियों थे से संबंध : पुलिस

Next Post

उम्मीद है 2021 में देश से असत्य नहीं बोलेंगे पीएम मोदी : कांग्रेस

Desk

Desk

Related Posts

Curtains
Main Slider

पर्दो से घर को मिलेगा आकर्षक लुक, यहां से लें आइडिया

20/09/2025
Pumpkin
फैशन/शैली

अब ट्राई करें कद्दू की ये 5 टेस्टी रेसिपी, न पसंद करने वाले भी खाते ही रह जाएंगे

20/09/2025
Cream
Main Slider

इन टिप्स से दूध में जमेगी मोटी मलाई, नहीं पड़ेगी मार्केट से घी खरीदने की जरूरत

20/09/2025
CM Vishnudev Sai
Main Slider

सीएम साय खारुन मईया समरसता भव्य महाआरती में हुए शामिल

19/09/2025
CM Yogi reviews preparations for UPITS
Main Slider

प्रदेश की समृद्ध परंपरा, हुनर और उत्पादों को वैश्विक मंच प्रदान करेगा यूपीआईटीएस 2025: सीएम योगी

19/09/2025
Next Post
पश्चिम बंगाल चुनाव

उम्मीद है 2021 में देश से असत्य नहीं बोलेंगे पीएम मोदी : कांग्रेस

यह भी पढ़ें

Paan

पूजा में करें पान का उपयोग, देवता होते है प्रसन्न

04/08/2023
relationship

यदि आप में भी हैं ये आदतें तो रह जाएंगे हमेशा के लिए सिंगल

13/11/2021

IRCTC चलाएगी आस्था सर्किट स्पेशल ट्रेन, मिलेंगी ये सुविधाएं

09/01/2021
Facebook Twitter Youtube

© 2022 24घंटेऑनलाइन

  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म

© 2022 24घंटेऑनलाइन

Go to mobile version