Site icon 24 GhanteOnline | News in Hindi | Latest हिंदी न्यूज़

गवाह की हत्या मामले में नामजद अभियुक्त समेत सात गिरफ्तार

arrested

arrested

प्रयागराज। एसओजी एवं करछना थाने की संयुक्त पुलिस टीम ने 16 मार्च को हुई हत्या मामले में खुलासा करते हुए मंगलवार दोपहर बाद नामजद अभियुक्त सात हत्यारोपितों को गिरफ्तार (arrested) किया। पुलिस टीम ने आरोपितों की निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त पेचकस बरामद किया है। हत्या की वजह हत्या की पैरवी करने वाले एवं मुख्य गवाह को समाप्त करना था। जिसमें इसी 30 मार्च को मृतक को गवाही देनी थी।

उक्त जानकारी देते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय कुमार ने बताया कि पकड़े आरोपितों में नामजद आरोपित राजधर द्विवेदी पुत्र स्वर्गीय केशव प्रसाद निवासी मसिका थाना औद्योगिक जो फतेहगढ़ जेल में बन्द लवकुश पाण्डेय उर्फ राजा पाण्डेय पुत्र चन्द्रमा प्रसाद निवासी वीरपुर थाना करछना का ससुर है। दूसरा आरोपित महेन्द्र पटेल पुत्र स्वर्गीय लालाराम निवासी वीरपुर करछना यह अपने खेत में क्लवालिस से पहुंचने वाले अपराधियों को खेत में बनी झोपड़ी में छुपाने एवं वारदात को अंजाम देने वाले अपराधियों के खाने पीने की एवं पहचान कराया। तीसरा अपराधी प्रतापगढ़ जिले के लालगंज अझारा थाना क्षेत्र के बभनपुर गांव निवासी सचिन पटेल पुत्र जीतलाल पटेल ने ही मंगला प्रसाद पाण्डेय की पेचकस से गले में वार करके मौत के घाट उतारा था। इसी के निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त पेचकस बरामद किया गया है। चौथा आरोपित प्रतापगढ़ लालगंज अझारा के बभनपुर गांव निवासी सचिन यादव, पांचवा आरोपित लालगंज अझारा के अर्जुनपुर निवासी विजय यादव ने मृतक के शव को क्वालिस में हत्या करने के बाद डाला। छठा आरोपित रायबरेली के गदागंज थाना क्षेत्र के भगौतीपुर निवासी अनुज तिवारी पुत्र राजनारायण क्वालिस चालक है और सातवां आरोपित उत्तराखण्ड के देहरादून के इन्दिरानगर थाना के जीएमसी रोड साईंलोक कैलाशकुंज निवासी राहुल बालमिकी पुत्र रूपचन्द्र ने वारदात को अंजाम देने के लिए अपने खाते में पैसा मंगवाया, वारदात को अंजाम देने के बाद अभियुक्तों को छुपने के लिए देहरादून में छिपने के लिए कमरा मुहैया कराया।

वारदात में शामिल अभी पांच लोगों को गिरफ्तार करने के प्रयास किये जा रहें है। पुलिस टीम ने पांच मोबाइल फोन एवं हत्या में प्रयुक्त औजार बरामद किया है। सभी के खिलाफ विधिक कार्रवाई करते हुए जेल भेजा जा रहा है। एसएसपी ने बताया कि गिरफ्तार किया गया एक इंटर स्टेट गिरोह है। वारदात में शामिल अन्य पांच आरोपितों की तलाश जारी है। हत्या की मुख्य वजह कि मृतक मंगला प्रसाद निवासी वीरपुर के पिता लालता प्रसाद की हत्या मामले का ट्रायल न्यायालय में चल रहा था। जिसमें मंगला प्रसाद मुख्य गवाह था। उसकी गवाही 30 मार्च को न्यायालय में होने थी। लेकिन गवाह को समाप्त करने के लिए महेन्द्र पटेल व जेल में बन्द विद्याकान्त विश्वकर्मा व राजा पाण्डेय ने एक साजिश के तहत 16 मार्च को पहले उसकी मोटर साइकिल में टक्कर मारा, जब मौत नहीं हुई तो उसे क्वालिस में खींच लिया और गाड़ी के अन्दर पेचकश से गले में कई वार करके मौत के घाट उतार दिया। लेकिन शव गायब करने में कामयाब नहीं हो सके।

वारदात का खुलासा करने वाली टीम एसओजी प्रभारी वैभव सिंह, एसओजी यमुनापार प्रभारी दिवाकर सिंह, करछना थाना प्रभारी निरीक्षक टीकाराम वर्मा व उनकी पूरी टीम तथा पुलिस अधीक्षक यमुनापार सौरभ दीक्षित और अपराध पुलिस अधीक्षक सतीश चन्द की भूमिका सराहनीय है। पूरी टीम को पच्चीस हजार नगद राशि इनाम दिया जाएगा और पूरी टीम को प्रशस्तिपत्र दिलाने के लिए उच्च अधिकारियों एवं शासन तक पत्र भेजा जाएगा।

Exit mobile version